FADA (federation of automotive dealers) ने आज जून महीने के ऑटो सेक्टर के रिटेल बिक्री आंकड़े जारी किए हैं। बताते चलें कि FADA ऑटो मोबाइल डीलरों का एक संगठन है और यह अपने ब्रिकी आंकडे़ ऑटो डीलरों से इकट्ठा करता है। आज आए FADA के आंकड़ों से पता चलता है कि जून महीने में ऑटो सेक्टर के सभी सेगमेंट में जोरदार बिक्री हुई है।
इन आंकड़ों के मुताबिक सालाना आधार पर देखें तो जून महीने में कुल रिटेल बिक्री में 27 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। वहीं अगर कोविड पूर्व के 2019 के जून के आंकड़ों से तुलना करें तो 2022 के जून में कुल रिटेल बिक्री आंकड़ों में 9 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
इसी तरह टू-व्हीलर के रिटेल बिक्री आंकड़ों में सालाना आधार पर 20 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। वहीं अगर जून 2019 के आंकड़ों से तुलना करें तो इसमें 16 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है।
FADA द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक जून 2022 में सबसे जोरदार बिक्री थ्री-व्हीलर सेगमेंट में देखने को मिली है। इस सेगमेंट में सालाना आधार पर 3 गुने यानी लगभग 212 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
इसी तरह जून महीने में कमर्शियल व्हीकल की रिटेल बिक्री में सालाना आधार पर 89 फीसदी की बढ़ोतरी आई है। गौरतलब है कि फरवरी महीने में ओमीक्रोन के ब्रेकआउट के बाद कमर्शियल व्हीकल बिक्री पर दबाव देखने को मिला था लेकिन उसके बाद इकोनॉमिक गतिविधियों में तेजी आने के साथ ही कमर्शियल वाहनों की बिक्री में तेजी आई है। जिसके चलते जून महीने में कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में अच्छी तेजी देखने को मिली है।
FADA का कहना है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से संभावित खरीदारों के डिस्पोजेबल इनकम पर निगेटिव असर देखने को मिल सकता है। जिसके चलते आगे हमें एंट्री लेवल के पैसेंजर वाहनों और टू-व्हीलर की बिक्री पर दबाव देखने को मिल सकता है।
FADA ने यह भी कहा है कि बढ़ती महंगाई ऑटो सेक्टर के लिए चिंता का बड़ा विषय बनी हुई है। हालांकि होलसेल बिक्री में बढ़ोतरी से संकेत मिलता है कि सेमी कंडक्टर की उपलब्धता में सुधार हुआ है।