Credit Cards

Elon Musk की Starlink को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने की मंजूरी, DoT ने जारी किया लेटर ऑफ इंटेंट

Elon Musk की Starlink को भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने की इजाजत मिल गई है। सरकार ने स्टारलिंक को LoI जारी कर दिया है। मस्क की कंपनी ने राष्ट्रीय सुरक्षा की सभी शर्तें मानी हैं। स्टारलिंक की जियो और एयरटेल के साथ साझेदारी के जरिए सेवा देने की तैयारी है।

अपडेटेड May 07, 2025 पर 11:16 PM
Story continues below Advertisement
Starlink ने भारत में अपनी सेवाओं के वितरण और नेटवर्क विस्तार के लिए Reliance Jio और Bharti Airtel के साथ रणनीतिक साझेदारी की है।

अमेरिकी अरबपति एलॉन मस्क (Elon Musk) की कंपनी Starlink को भारत में सैटेलाइट से जुड़ी इंटरनेट सेवाएं शुरू करने के लिए सरकार की मंजूरी मिल गई है। दूरसंचार विभाग (DoT) ने कंपनी को लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) जारी कर दिया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, Starlink ने राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित सभी जरूरी लाइसेंस शर्तों को मानने पर सहमति दी है।

सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि जल्द ही भारतीय अंतरिक्ष प्राधिकरण (IN-SPACe) से भी अंतिम स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इस मंजूरी के साथ Starlink अब भारत के सैटेलाइट इंटरनेट स्पेस में Eutelsat-OneWeb और Jio-SES जैसे खिलाड़ियों की कतार में शामिल हो गया है। मस्क की स्टारलिंक उपग्रह तकनीक का इस्तेमाल करके दुनिया भर में हाई स्पीड ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा मुहैया कराती है।

जियो और एयरटेल से स्टारलिंक की साझेदारी


हाल ही में Starlink ने भारत में अपनी सेवाओं के वितरण और नेटवर्क विस्तार के लिए Reliance Jio और Bharti Airtel के साथ रणनीतिक साझेदारी की है। इसका मुख्य फोकस ग्रामीण और दूरदराज इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी पहुंचाना है।

यह मंजूरी ऐसे समय पर आई है जब केंद्र सरकार ने एक ही दिन पहले सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के लिए सुरक्षा मानकों को कड़ा किया है। नए दिशा-निर्देशों में डेटा लोकलाइजेशन, गेटवे सिक्योरिटी क्लीयरेंस, लॉफुल इंटरसेप्शन की क्षमता और लोकल मैन्युफैक्चरिंग की जरूरतों को अनिवार्य किया गया है।

Amazon को अब तक नहीं मिली मंजूरी

एक अन्य अमेरिकी अरबपति कारोबारी जेफ बेजोस की Amazon भी भारत में अपनी सैटेलाइट से जुड़ी इंटरनेट सेवा शुरू करना चाहती हैं। उसके Project Kuiper को अभी तक LoI नहीं मिला है। लेकिन, सरकारी सूत्रों के अनुसार उसे भी जल्द अनुमति मिलने की संभावना है।

इस बीच TRAI भी जल्द ही सैटेलाइट स्पेक्ट्रम के मूल्य निर्धारण पर अपनी सिफारिशें पेश करने वाली है। इससे इस सेक्टर में कर्मशियल सर्विसेज शुरू होने का रास्ता और स्पष्ट हो जाएगा।

यह भी पढ़ें : Tata Motors Demerger: कब अलग होगा कारोबार, शेयरधारकों को किस अनुपात में मिलेंगे शेयर? जानें पूरी डिटेल

डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल, नेटवर्क18 समूह का एक हिस्सा है। नेटवर्क18 को इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसकी एकमात्र लाभार्थी रिलायंस इंडस्ट्रीज है

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।