IRCTC Account: अगर आप ट्रेन टिकट ऑनलाइन बुक करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। भारतीय रेलवे(IRCTC) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से 2 करोड़ से अधिक संदिग्ध अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है। इसके साथ ही 20 लाख से ज्यादा अकाउंट अभी भी जांच के दायरे में हैं। रेलवे का यह एक्शन स्वचालित सॉफ्टवेयर(Bot) का उपयोग करके टिकट बुक करने वाले जालसाजों पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है।
क्यों हो रही है यह कार्रवाई?
रेलवे ने यह बड़ी कार्रवाई यात्रियों की मदद करने के लिए की है। अक्सर देखा जाता है कि कुछ लोग बोट या ऑटोमेटेड टूल का इस्तेमाल करके एक साथ कई टिकट बुक कर लेते हैं, जिससे सामान्य यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाते। रेलवे द्वारा विकसित एक विशेष AI-पावर्ड सॉफ्टवेयर का उपयोग पिछले छह महीनों में 2.4 करोड़ से अधिक ऐसे खातों की पहचान करने और उन्हें निष्क्रिय करने के लिए किया गया है। साथ ही, 20 लाख अन्य खातों को संदिग्ध के रूप में चिह्नित किया गया है और वर्तमान में आधार और ID वेरीफाई के लिए उनकी समीक्षा की जा रही है।
यह कार्रवाई उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो अक्सर तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान होने वाली समस्याओं का सामना करते हैं। रेलवे का यह कदम ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्रणाली को अधिक न्यायसंगत और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
वर्तमान में IRCTC के 13 करोड़ से अधिक एक्टिव यूजर्स हैं। लेकिन समस्या ये है कि इनमें से केवल 1.2 करोड़ अकाउंट ही आधार वेरिफाइड है। IRCTC ने सभी गैर-आधार वेरिफाइड खातों की बारीकी से जांच करने का फैसला किया है। यदि ये खाते संदिग्ध पाए जाते हैं, तो उन्हें स्थायी रूप से डिसेबल किया जा सकता है।
आधार लिंक है तो आसानी से होगी तत्काल बुकिंग!
तत्काल बुकिंग में पारदर्शिता को बढ़ावा देने और सभी के लिए निष्पक्ष पहुंच सुनिश्चित करने के लिए, अब IRCTC तत्काल बुकिंग के पहले 10 मिनट के दौरान आधार-लिंक्ड यूजर्स को प्राथमिकता दे रहा है। इस दौरान अधिकृत एजेंटों को भी टिकट बुक करने की अनुमति नहीं है। यह नियमित यात्रियों के लिए आधार वेरीफाई कराने को और भी जरूरी बनाता है।
अपनी बुकिंग में किसी भी तरह की बाधा से बचने के लिए, आप जल्द से जल्द अपने IRCTC खाते को आधार से लिंक कर लें। इससे सेवाओं तक सुचारू पहुंच सुनिश्चित होगी और अकाउंट के डिसेबल होने से भी बचा जा सकेगा।