Zomato Gold-Swiggy One Surcharge: फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (अब एटर्नल) और स्विगी ने अपने लॉयल्टी प्रोग्राम यूजर्स को मिलने वाली सर्ज फी छूट का फीचर बारिश के दौरान हटा लिया है। इसका खुलासा दोनों कंपनियों के ऐप अपडेट से हुआ है। इसका मतलब हुआ कि जोमैटो गोल्ड और स्विगी वन के भी यूजर्स को अभी बारिश के दौरान अपने एरिया में डिलीवरी के लिए एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा। पहले यह चार्ज सिर्फ आम यूजर्स से लिया जाता था। दोनों कंपनियों का यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब दोनों के ऊपर अपनी वित्तीय सेहत को सुधारने के लिए निवेशकों के दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
कैसी है Zomato के Eternal और Swiggy की सेहत?
जोमैटो की पैरेंट कंपनी एंटर्नल का मार्च 2025 तिमाही में शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 78 फीसदी गिरकर 39 करोड़ रुपये पर आ गया। मार्च 2024 तिमाही में इसे 175 करोड़ रुपये और दिसंबर 2024 तिमाही में 59 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था। वहीं दूसरी तरफ स्विगी की बात करें तो इसका घाटा और बढ़ गया। मार्च 2025 तिमाही में स्विगी का शुद्ध घाटा सालाना आधार पर 554.77 करोड़ रुपये से 94 फीसदी से भी अधिक बढ़कर 1,081.18 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि यह ध्यान दें कि मुनाफे में तेज गिरावट या घाटे में उछाल मुख्य रूप से क्विक कॉमर्स में निवेश के चलते आई है। दोनों कंपनियां फूड कंपनियों के मुनाफे से क्विक कॉमर्स के होने वाले घाटे की भरपाई हो रही है और दोनों ही कंपनियां फूड डिलीवरी से ज्यादा कमाने की कोशिश कर रही हैं ताकि उनका क्विक कॉमर्स बिजनेस फल-फूल सके।
कुछ ही महीनों में पांच गुना बढ़ गया प्लेटफॉर्म फीस
पिछले कुछ महीनों से स्विगी और जोमैटो, दोनों ही हर ऑर्डर पर अधिक कमाई के लिए नए-नए आइडिया पर काम कर रहे हैं। इसमें प्लेटफॉर्म शुल्क भी शामिल है जो पहले प्रति ऑर्डर 2 रुपये था लेकिन पिछले कुछ महीनों में लगातार बढ़ा है और अब ज्यादातर मामलों में 10 रुपये हो गया है। चार्जेज में इस बढ़ोतरी से इन्हें कितना फायदा हुआ, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि दोनों कंपनियां हर दिन 20 लाख से अधिक फूड ऑर्डर्स डिलीवर करती हैं और हर ऑर्डर पर 10 रुपये के हिसाब से हर कंपनी को कम से कम 2 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कमाई होती है।