अमेरिका की तरफ से कस्टम ड्यूटी लगाए जाने के बीच मंगलवार को मेक्सिको ने भी जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा कर दी। मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लॉडिया शीनबाम ने कहा कि वह मेक्सिको सिटी के सेंट्रल प्लाजा में रविवार को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में उन प्रोडक्ट की घोषणा करेंगी, जिन्हें मेक्सिको लक्षित करेगा। शीनबाम ने यह घोषणा अमेरिका की तरफ से सीमा शुल्क यानी टैरिफ लगाए जाने के बाद की है। अमेरिका ने मेक्सिको से इंपोर्ट किए गए प्रोडक्ट पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है।
शिनबाम ने कहा, "ऐसा कोई मकसद या कारण नहीं है और न ही कोई औचित्य है जो इस (अमेरिका) फैसले का समर्थन करता हो, जो हमारे लोगों और हमारे देशों को प्रभावित करेगा।"
शीनबाम की इस घोषणा से ऐसा संकेत मिलता है कि मेक्सिको अब भी उम्मीद कर रहा है कि शायद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए व्यापार युद्ध को कुछ ‘कम’ किया जा सकता है।
इससे पहले चीन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से उसके (चीन के) निर्यात पर दूसरे दौर का 10 प्रतिशत टैरिफ लगाने के जवाब में अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त 15 प्रतिशत शुल्क लगा दिया है। चीन ने इसके साथ ही विश्व व्यापार संगठन (WTO) में अमेरिका के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि, चीन ने एक-दूसरे की चिंताओं को दूर करने के लिए वार्ता के लिए दरवाजे खुले रखे हैं।
चीन के सीमा शुल्क आयोग ने मंगलवार को कहा कि 10 मार्च से अमेरिका से आयातित कुछ प्रोडक्ट पर अतिरिक्त शुल्क लगाया जाएगा।
आयोग ने बयान में कहा कि अमेरिका से इंपोर्टेड चिकन, गेहूं, मक्का और कपास पर 15 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगेगा। वहीं ज्वार, सोयाबीन, सुअर का मांस (पोर्क), गोवंश का मांस (बीफ), जलीय उत्पाद, फल, सब्जियां और डेयरी उत्पादों पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा।