Bangladesh Lodges Protest: बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत में जारी "गतिविधियों" को लेकर नई दिल्ली के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि ढाका ने हसीना पर भारत में रहने के दौरान "झूठे और मनगढ़ंत बयान" देने का आरोप लगाया है। बांग्लादेश ने गुरुवार (6 फरवरी) को हसीना द्वारा भारत प्रवास के दौरान दिए गए दिए जा रहे बयानों को लेकर भारत के समक्ष विरोध दर्ज कराया।
हसीना ने बुधवार (5 फरवरी) रात सोशल मीडिया के माध्यम से एक भाषण दिया, जिसके बाद बांग्लादेश में नए सिरे से प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। उसमें उन्होंने देशवासियों से मौजूदा शासन के खिलाफ संगठित तौर पर प्रतिरोध का ऐलान किया था।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने भारत सरकार के समक्ष पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना द्वारा सोशल मीडिया समेत विभिन्न मंचों पर लगातार की जा रही 'झूठी मनगढ़ंत टिप्पणियों और बयानों'’ को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है। इससे बांग्लादेश में अस्थिरता का माहौल पैदा हो रहा है।
बयान के अनुसार ढाका में भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त को सौंपे गए विरोध पत्र में बांग्लादेश ने गहरी चिंता, निराशा और गंभीर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान देश के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। मंत्रालय ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी ऐसी गतिविधियां 'बांग्लादेश के प्रति शत्रुतापूर्ण कृत्य हैं और दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने के प्रयासों के लिए अनुकूल नहीं हैं।'
77 वर्षीय शेख हसीना पिछले साल पांच अगस्त से भारत में रह रही हैं। वह उस वक्त छात्रों के नेतृत्व में हुए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बीच बांग्लादेश से भारत चली गई थीं। इन व्यापक प्रदर्शन के बाद उनकी अवामी लीग की 16 साल पुरानी सरकार गिर गई थी।
अवामी लीग के नेताओं के घरों पर हमला
बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी के कई नेताओं के घरों में तोड़फोड़ की। साथ ही देश के संस्थापक नेता शेख मुजीबुर रहमान के ढाका स्थित एक स्मारक में तोड़फोड़ के साथ ही उनके चित्रों को नुकसान पहुंचाया।
सोशल मीडिया पर "बुलडोजर जुलूस" के ऐलान के बाद देश की राजधानी ढाका के धानमंडी इलाके में मुजीबुर रहमान के आवास के बाहर बुधवार रात बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हुए थे। प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को उस समय अंजाम दिया जब मुजीबुर रहमान की बेटी और पूर्व प्रधानमंत्री हसीना लोगों को डिजिटल माध्यम से संबोधित करने वाली थीं।
बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। हसीना ने बुधवार रात अपने संबोधन में कहा, "वे एक इमारत को ध्वस्त कर सकते हैं, लेकिन इतिहास को नहीं...बल्कि उन्हें यह भी याद रखना चाहिए कि इतिहास अपना बदला लेता है।" हसीना के घर के बगल के बने अवामी लीग से जुड़े कई संगठनों के कार्यालय भी गिरा कर दिए गए है।