सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद को कथित तौर पर जहर देने की कोशिश की गई है। विद्रोहियों के सत्ता से हटाए जाने के बाद पूर्व नेता पिछले साल 8 दिसंबर से मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के संरक्षण में हैं। जनरल SVR नाम के सोशल मीडिया अकाउंट के अनुसार, असद की रविवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने मेडिकल हेल्प मांगी और फिर वह "जोर-जोर से खांसने लगे और उनका "दम घुटने" लगा। इस सोशल मीडिया अकाउंट को रूस में एक पूर्व जासूस चलाता है।
इस अकाउंट में दावा किया गया, "यह माना जा सकता है कि ये उनकी हत्या का प्रयास किया गया था।'' कथित तौर पर असद का उनके अपार्टमेंट में इलाज किया गया था। बताया गया था कि उनकी हालत सोमवार तक स्थिर हो गई।
सूत्रों के मानें, तो उन पर किए गए टेस्ट से पता चला कि उनके सिस्टम में जहर था। हालांकि, सीरिया या मॉस्को की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
दिसंबर की शुरुआत में हुए विद्रोही हमले के चलते सीरिया में असद परिवार के पिछले कई दशकों का शासन खत्म हो गया। राष्ट्रपति बशर अल-असद 8 दिसंबर को रूस भाग गए, जब इस्लामी समूह हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व में एक विद्रोही गठबंधन ने दमिश्क पर कब्जा कर लिया, और 11 दिनों के हमले के बाद असद को उखाड़ फेंकने की घोषणा की।
अबू मोहम्मद अल-गोलानी उखाड़ फेंकी असद की सत्ता
सीरिया के विद्रोही गुट ‘हयात तहरीर अल-शाम’ समूह (HTS) के प्रमुख अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल कर दिया। गोलानी ने अपनी सार्वजनिक छवि को फिर से बनाने के लिए कई सालों तक काम किया और अलकायदा से दूरी बनाते हुए खुद को बहुलवाद और सहिष्णुता के समर्थक के रूप में पेश किया।
हाल के दिनों में, विद्रोहियों ने उसका उपनाम भी हटा दिया और उसे उसके असली नाम अहमद अल-शरा से बुलाना शुरू कर दिया।
सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के घुसने और राष्ट्रपति असद के देश छोड़कर भागने संबंधी दावों के बीच सरकार गिरने के साथ ही असद परिवार के 50 साल के शासन का रविवार तड़के अप्रत्याशित अंत हो गया और लोगों ने सड़कों पर उतरकर इसका जश्न मनाया।