US Election 2024: डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस के साथ दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट से किया इनकार

Trump Vs Kamala Debate 2024: डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस के साथ दूसरी बहस से इनकार कर दिया है। उन्होंने 10 सितंबर को हुई डिबेट में खुद के जीत का दावा किया है। हालांकि पोल में दिखाया गया था कि कमला हैरिस ने पिछली बहस जीती थी

अपडेटेड Sep 13, 2024 पर 8:48 AM
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Trump Vs Kamala Debate 2024: 10 सितंबर को हुई डिबेट कमला हैरिस के लिए संजीवनी बूटी साबित हुई

Trump Vs Kamala Presidential Debate 2024: पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह 5 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ किसी अन्य प्रेसिडेंशियल डिबेट में हिस्सा नहीं लेंगे। बता दें कि अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने मंगलवार (10 सितंबर) को पहली डिबेट में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को पछाड़ दिया। हैरिस अमेरिकी विदेश नीति, अर्थव्यवस्था, सीमा सुरक्षा और गर्भपात जैसे विषयों पर ट्रंप को घेरने में कामयाब रहीं।

ट्रंप के साथ इस डिबेट के दौरान हैरिस पूर्व में प्रेसिडेंशियल डिबेट में राष्ट्रपति जो बाइडेन के निराशाजनक प्रदर्शन की भरपाई करने का भरपूर प्रयास करती भी दिखीं। 90 मिनट चली इस बहस में हैरिस ने ट्रंप को चारों ओर से घेरने का प्रयास किया। अमेरिका के फिलाडेल्फिया में 10 सितंबर को हुई पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस के लिए संजीवनी बूटी साबित हुई।

ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि वो पहली डिबेट में साफ तौर पर जीत गए थे इसलिए कमला हैरिश फिर से बहस कराना चाहती हैं। रिपब्लिकन उम्मीदवार ने सोशल मीडिया साइट Truth Social पर लिखा, "कोई तीसरी बहस नहीं होगी!" हमें नहीं लगता कि इसकी कोई जरूरत है।" ट्रंप ने न्यूयॉर्क पोस्ट को बताया, "हमने दो बहसें की हैं। आप जानते हैं, एक बाइडेन के खिलाफ (27 जून को) और एक कॉमरेड कमला के खिलाफ...। मैंने अच्छा किया। मैंने वास्तव में अच्छा किया।"


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हालांकि 10 सितंबर को हुए डिबेट के तुरंत बाद कराए गए कई पोल्स में संकेत मिलता है कि वोटरों को लगा कि अपने रिपब्लिकन प्रदिद्वंद्वी के सामने हैरिस ने बेहतर प्रदर्शन किया था। ट्रंप ने कहा कि डिबेट के बजाय हैरिस को उप राष्ट्रपति के तौर पर अपने काम पर ध्यान देना चाहिए।

ट्रंप पर भारी पड़ीं हैरिस

डिबेट की शुरुआत 10 सितंबर को दोनों नेताओं ने हाथ मिलाकर की, लेकिन बाद में यह तीखे आक्रामक तेवरों में बदल गई। पेन्सिलवेनिया में 90 मिनट चली इस बहस के दौरान 59 वर्षीय हैरिस ने अपनी बहस समेटते हुए अंत में टिप्पणी की, "मुझे लगता है कि आपने आज रात देश के लिए दो बिल्कुल अलग-अलग दृष्टिकोण सुने। एक जो भविष्य पर केंद्रित है और दूसरा जो अतीत पर केंद्रित है। हमें पीछे की ओर ले जाने वाला है, लेकिन हम पीछे नहीं जा रहे हैं।"

उन्होंने दावा कि दुनिया के नेता डोनाल्ड ट्रंप पर हंसते हैं और उनका उपहास उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने कहा, "मैंने सैन्य नेताओं के साथ बात की है, जिनमें से कुछ आपके साथ काम कर चुके हैं। उनका कहना है कि आप एक कलंक हैं।" वहीं 78 वर्षीय ट्रंप ने भी हैरिस को घेरने का प्रयास करते हुए पूछा कि आखिर अभी वह जो वादे कर रही हैं उसे उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन और अपने नेतृत्व वाले प्रशासन में इन साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल में क्यों नहीं पूरा किया?

पूर्व राष्ट्रपति ने बहस के समापन में अपनी टिप्पणी में कहा, "उन्होंने इसी बात से शुरुआत की कि वह ऐसा करेंगी, वह वैसा करेंगी। वह ये सारी बेहतरीन चीजें करने वाली हैं, लेकिन अब तक उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? इन सबको करने के लिए उनके पास साढ़े तीन साल का समय था। सीमा का विवाद सुलझाने के लिए उनके पास साढ़े तीन साल थे। रोजगार पैदा करने के लिए और जिन भी चीजों पर हमने बात की, इसके लिए उनके पास साढ़े तीन साल थे। उन्होंने तब ऐसा क्यों नहीं किया?"

पहली डिबेट में बाइडेन पर भारी पड़े थे ट्रंप

यह दूसरी 'प्रेसिडेंशियल डिबेट' थी। लेकिन ट्रंप और हैरिस के बीच यह पहली बहस थी। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट 27 जून को राष्ट्रपति जो बाइडेन और ट्रंप के बीच हुई थी। इसमें अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से नाम वापस ले लिया। इसके बाद नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में हैरिस के लिए पार्टी उम्मीदवार बनने का मार्ग प्रशस्त किया। बहस का संचालन कर रहे ABC न्यूज के संचालकों को इस दौरान कई बार तथ्यों की जांच के लिए टोकना पड़ा।

चुनावी रैलियों को लेकर दोनों के बीच नोकझोंक हुई। हैरिस ने चुटकी लेते हुए कहा, "ये बड़ा मजेदार होने वाला है। आप लोग देखेंगे कि अपनी रैलियों में ये काल्पनिक चरित्रों जैसे हैनिबल लेक्टर की बात करते हैं। ये कहेंगे कि पवन चक्की से कैंसर होता है। आपने देखा होगा कि लोग परेशान और बोर होकर उनकी रैलियों से जल्दी ही उठकर जाने लगते हैं।"

वहीं, ट्रंप ने बिना कोई सबूत दिए हैरिस पर लोगों को पैसे देकर अपने कार्यक्रमों में बुलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "हमारी रैलियां सबसे विशाल थीं। राजनीति के इतिहास में सबसे विश्वसनीय रैलियां हुईं। यह इसलिए था क्योंकि लोग अपने देश को फिर से उसी मुकाम पर देखना चाहते हैं।"

हैरिस ने कहा, "मेरा दृढ़ता से मानना है कि अमेरिका के लोग एक ऐसा राष्ट्रपति चाहते हैं जो इस बात के महत्व को समझें कि हमें एकसाथ आना चाहिए और जो चीजें हमें अलग करती हैं उसकी तुलना में हमारे बीच कई समानताएं हैं। मैं आपसे वादा करती हूं कि मैं सभी अमेरिकी नागरिकों की राष्ट्रपति बनूंगी।" अमेरिका के कई कमेंटेटर ने कहा कि बहस के दौरान हैरिस ने बेहतर प्रदर्शन किया। ट्रंप के प्रति अक्सर झुकाव रखने 'फॉक्स न्यूज' ने भी माना कि हैरिस एक स्पष्ट विजेता बनकर उभरीं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि चुनाव अभी खत्म हो गया है।

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