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आखिर Elon Musk ने Twitter को खरीद लिया, लेकिन उनके पास इतना पैसा आया कहां से?

बेशुमार दौलत इनवेस्ट करने के बावजूद मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनके पास 264.6 अरब डॉलर संपत्ति है। यह तब है जब उन्होंने मंगल पर कॉलोनी और इलेक्ट्रिक कारों की नई दुनिया बनाने के लिए बेशुमार दौलत निवेश किया है

अपडेटेड Jun 28, 2022 पर 11:08 AM
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टेस्ला हालांकि फोर्ड और जनरल मोटर्स के मुकाबले कम कारें बनाती हैं। लेकिन इसकी वैल्यूएशन दूसरी कार कंपनियों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। पिछले 18 महीने में टेस्ला के शेयर के प्राइस तिगुना हो गए हैं

Elon Musk ने आखिरकार Twitter को खरीद लिया। हालांकि, इस डील के पूरे होने में थोड़ा समय लगेगा। लेकिन, ट्विटर के बोर्ड ने मस्क का ऑफर एक्सेप्ट कर लिया है। इसका मतलब है कि ट्विटर अब मस्क की हो जाएगी। मस्क का विजन अगले 100-200 साल का है। ट्विटर इसमें बिल्कुल फिट बैठेगी। मस्क फ्यूचर में इनवेस्ट करने में संकोच नहीं करते।

बिजनेस की दुनिया में दूर की सोचने वाले कई लोग हैं, लेकिन अपने विजन को आकार देने के लिए इतना ज्यादा इनवेस्टमेंट करने वाला शायद ही कोई दूसरा व्यक्ति है। खास बात यह है कि बेशुमार दौलत इनवेस्ट करने के बावजूद मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनके पास 264.6 अरब डॉलर संपत्ति है। क्या मस्क किसी शाही खानदान के हैं, जिन्हें विरासत में इतनी अकूत संपत्ति मिली है, क्या टीन एज में उन्हें कोई लॉटरी लगी थी, क्या उन्होंने ऐसी किसी कंपनी में पैसे लगाए थे, जिसने कुछ ही समय में एक करोड़ फीसदी रिटर्न दे दिया?

मस्क के पास मेहनत से कमाई हुई संपत्ति है। मस्क का जन्म एक खाते-पीते परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें कंप्यूटर्स से लगाव था। 12 साल की उम्र में उन्होंने खुद अपना वीडियो गेम बनाया था। 17 साल की उम्र में वह कनाडा चले गए। उन्होंने ओंटारियो में Queens University में एडमिशन लिया। 1992 में वह पेनिसेल्वैनिया यूनिवर्सिटी आ गए। यहां उन्होंने फिजिक्स और बिजनेस की पढ़ाई की। यहीं पहली बार उन्हें बिजनेस का आइडिया आया। उन्होंने दोस्तों के साथ कॉलेज के नजदीक एक घर किराए पर लिया। इसे नाइटक्लब बना दिया।


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फिर मस्क पढ़ाई के लिए स्टैनफोर्ड आ गए। उन्होंने फिजिक्स में पीएचडी प्रोग्राम में एडमिशन लिया। लेकिन, दो दिन बाद ही इसे छोड़ दिया। उन्होंने इंटरनेट की ताकत का अंदाजा हो गया था। उन्होंने इसी में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया। अपने भाई किंबल (Kimbal) के साथ मिलकर उन्होंने Zip2 नाम से एक कंपनी शुरू की। यह ऑनलाइन बिजनेस डायरेक्टरी की सुविधा देती थी। इसे अच्छी सफलता मिली। कंपनी न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे प्रतिष्ठित अखबार से डील करने में सफल रही। 1999 में उन्होंने इसे कमपैक (Compaq) को 30.7 करोड़ डॉलर में बेच दी।

मस्क को Zip2 को बेचने से 2.2 करोड़ डॉलर का मुनाफा हुआ। उन्होंने 10 लाख डॉलर में मैकलॉरेन एफ1 सुपरकार (McLaren F1 supercar) खरीदी। एक साल बाद इस कार का एक्सिडेंट हो गया। दरअसल, वह इसकी स्पीड की लिमिट देखने की कोशिश कर रहे थे। एक्सिडेंट में इसकी धज्जियां उड़ गईं। लेकिन, मस्क बच गए। कार में उनके साथ पीटर थिएल भी थे। वह मस्क के दोस्त थे और दोनों ने मिलकर एक पेमेंट स्टार्टअप की शुरुआत की थी, जिसका नाम Confinity था। बाद में मस्क ने ऑनलाइन बैंकिंग स्टार्टअप X.com की शुरुआत की। दोनों कंपनियों का 2000 में मर्जर हो गया, जिससे पेपाल (PayPal) वजूद में आई।

मस्क PayPal के सीईओ बने। लेकिन, सितंबर में उन्हें हटाकर थिएल को सीईओ बना दिया गया। मस्क ने कहा था कि ऐसे वक्त पद को छोड़ना बहुत खराब लगता है, जब कई बड़ी चीजें करने के लिए आपकी निगाह में हों। हालांकि, कंपनी में मस्क की हिस्सेदारी बनी रही। जब eBay ने PayPal को 2002 में 1.5 अरब डॉलर में खरीदा तब मस्क को 18 करोड़ डॉलर हाथ में आए। इस पैसे से उन्होंने 2002 में स्पेसएक्स (SpaceX) की शुरुआत की। उनका मिशन मंगल ग्रह पर इनसानों के लिए कॉलोनी बनाना था।

2003 में मस्क ने टेस्ला में 60 लाख डॉलर का शुरुआती निवेश किया। तब टेस्ला के साथ सिर्फ दो फाउंडर थे और इसका प्लान इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार बनाने का था। लेकिन, कंपनी को तब नए आए लिथियम-आयन बैटरी का फायदा उठाने का आइडिया आया। उन्हें लगा कि इससे व्हीकल की दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है। तब इसका इस्तेमाल छोटे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में होता था। इस आइडिया ने वाकई इलेक्ट्रिक कार की दुनिया बदल दी।

शुरुआत में मस्क की दोनों कंपनियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। स्पेसएक्स के कई लॉन्चेज नाकाम रहे। कंपनी के सामने कामकाज बंद करने की स्थिति पैदा हो गई। उधर, टेस्ला में इंजीनियर्स ने पाया कि उन्होंने जो प्रोटोटाइप बैटरी तैयार की थी, उसमें आग लगने का डर था। 2008 में फाइनेंशियल क्राइसिस के वक्त टेस्ला करीब दिवालिया हो गई थी। लेकिन, मस्क के इनवेस्टमेंट ने आखिरकार असर दिखाना शुरू किया। स्पेसएक्स को नासा से 1.6 अरब डॉलर की डील मिली। उधर, टेस्ला ने 2012 में अपनी पहली इलेक्ट्रिक पैसेंजर कार सड़क पर उतार दी। आज अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार बाजार में टेस्ला की दो-तिहाई हिस्सेदारी है। स्पेसएक्स ने स्पेस के क्षेत्र में प्राइवेट कंपनी की ताकत से दुनिया को रूबरू करा दिया है।

टेस्ला हालांकि फोर्ड और जनरल मोटर्स के मुकाबले कम कारें बनाती हैं। लेकिन इसकी वैल्यूएशन दूसरी कार कंपनियों के मुकाबले कई गुना ज्यादा है। पिछले 18 महीने में टेस्ला के शेयर के प्राइस तिगुना हो गए हैं। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 1 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा हो गया है। पिछले दो महीने में मस्क टेस्ला के 12 अरब डॉलर मूल्य के अपने शेयर बेच चुके हैं। फिर भी, कंपनी में उनकी अच्छी हिस्सेदारी है। अगर टेस्ला के शेयर का प्राइस गिरता है तो मस्क को भी नुकसान होगा। अभी टेस्ला में उनकी करीब 17 फीसदी हिस्सेदारी बची है। इसका मूल्य 175 अरब डॉलर है। स्पेसएक्स की वैल्यू 100 अरब डॉलर से ज्यादा है। रॉकेट बनाने वाली इस कंपनी में मस्क की 48 फीसदी हिस्सेदारी है। दोनों कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी का मूल्य 260 अरब डॉलर से ज्यादा है।

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First Published: Apr 15, 2022 3:09 PM

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