कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (COVID-19 omicron variant) को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग इस वायरस को बिल गेट्स (Bill Gates) के नेतृत्व वाले माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) द्वारा 1999 में बनाए गए वीडियो गेम ओमीक्रोन (Omikron video gam) से जोड़ रहे हैं। वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि बिल गेट्स ने कोरोना महामारी की योजना बनाई थी और अब वे वैक्सीन के जरिए लोगों में माइक्रो चिप डाल रहे हैं।
एक पोस्ट में लिखा गया है कि ओमीक्रोन माइक्रोसॉफ्ट द्वारा बनाए गए 1999 के एक वीडियो गेम का नाम था। कई लोग तो माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स को राक्षस तक कह रहे हैं। पोस्ट में कहा गया है कि बिल गेट्स एक राक्षस है जो इंसान होने का नाटक करते हैं। पोस्ट को हजारों की संख्या में शेयर किए जा चुके हैं। सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर लोग इस दावे को बिना जांच किए धडल्ले से शेयर कर रहे हैं।
इंडिया टुडे एंटी-फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया है कि सोशल मीडिया पर वायरल दावा सच नहीं है। पहली बात यह कि यह वीडियो गेम एक फ्रांसीसी कंपनी द्वारा बनाया गया था न कि बिल गेट्स या माइक्रोसॉफ्ट द्वारा। इस गेम का वास्तविक नाम “Omikron: The Nomad Soul” है। इस गेम नाम में "C" के बजाय "K" अक्षर है। यह वीडियो गेम 1999 में क्वांटिक ड्रीम (Quantic Dream) द्वारा बनाया गया था और ईदोस इंटरएक्टिव ( Eidos Interactive) द्वारा प्रकाशित किया गया था।
क्वांटिक ड्रीम 1997 में डेविड केज (David Cage) द्वारा स्थापित पेरिस और मॉन्ट्रियल में स्थित एक फ्रांसीसी वीडियो गेम डेवलपर है। गेम ओमीक्रोन नामक एक भविष्यवादी शहर में स्थापित है, जिसमें खिलाड़ी अपने पात्रों की आत्माओं को राक्षसों द्वारा कब्जा किए जाने से रोकने के लिए युद्ध करते हैं। इसलिए, 1999 के वीडियो गेम को बिल गेट्स और ओमीक्रोन वेरिएंट के साथ जोड़ने वाली वायरल मैसेज निराधार है।