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आतंकी हमले में 11 इजरायली खिलाड़ियों को मारने का बदला इस देश ने ऐसा लिया!

इजरायल ने उन आतंकवादियों के सामने झुकना मंजूर नहीं किया जिन्होंने म्यूनिख ओलिंपिक के दौरान 11 इजराइली खिलाड़ियों को बंधक बना रखा था। छापामारों को रिहा करने से इनकार कर देने पर 11 खिलाड़ियों को अरब आतंकवादियों ने मार डाला।उस दौरान जर्मन पुलिस की कर्रवाई में चार छापामार भी मारे गये। तीन पकड़े गये।पर एक भागने में सफल हो गया

Surendra Kishoreअपडेटेड Oct 07, 2023 पर 5:45 PM
आतंकी हमले में 11 इजरायली खिलाड़ियों को मारने का बदला इस देश ने ऐसा लिया!
इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने देश के दुश्मनों को खोज-खोजकर मारा था

इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने उन सारे षड्यंत्रकारी हमलावरों को खोज-खोज कर एक-एक कर मार डाला था जो 11 इजराइली खिलाड़ियों की म्यूनिख ओलिंपिक के दौरान हत्या में शामिल थे। यह घटना 1972 में जर्मनी के म्यूनिख शहर में हुई थी। हत्यारे तत्काल पकड़े जाने के बावजूद छोड़ दिए गए थे। वे इजरायल के डर से कई देशों में जा छिपे थे। मोसाद ने करीब 20 वर्षों में यह टास्क पूरा किया तब म्यूनिख में ओलिंपिक खेल मेला लगा था।

भारत में भी अनेक लोगों की यह सलाह रही है कि आतंक से निपटने के लिए इजरायली तरीका भारत को सीखना ही चाहिए। यदि इजरायल ने 234 अरब छापामारों को रिहा कर दिया होता तो सन् 1972 में 11 इजराइली ओलिंपिक खिलाड़ियों की जान बच जाती।

पर, इजरायल ने उन आतंकवादियों के सामने झुकना मंजूर नहीं किया जिन्होंने म्यूनिख ओलिंपिक के दौरान 11 इजराइली खिलाड़ियों को बंधक बना रखा था। छापामारों को रिहा करने से इनकार कर देने पर 11 खिलाड़ियों को अरब आतंकवादियों ने मार डाला। उस दौरान जर्मन पुलिस की कर्रवाई में चार छापामार भी मारे गये। तीन पकड़े गये।पर एक भागने में सफल हो गया।

हां, बाद के वर्षों में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने उन सारे षड्यंत्रकारी हमलावरों को खोज-खोज कर एक-एक कर मार डाला। कई देशों में जा छिपे थे। मोसाद ने करीब 20 वर्षों में यह टास्क पूरा किया था। हत्यारों को मोसाद ने बारी-बारी से इटली, फ्रांस, ब्रिटेन, लेबनान, एथेंस और साइप्रस में अपने नाटकीय आपरेशन के जरिए मारा।

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