क्या आपको विनसम घोटाला याद है? इस घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर आई है। ब्रिटेन के हाईकोर्ट ने दुनियाभर में Winsome Diamonds and Jewelry Limited के मालिक जतिन मेहता और उसके परिवार के सदस्यों की संपत्तियां जब्त करने का आदेश दिया है। यह इंडिया में बड़े घोटाले को अंजाम देने वाले मेहता, उसकी पत्नी सोनिया और उसके दो बेटों-विशाल और सूरज के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।
जतिन मेहता कुछ समय पहले डायमंड का कारोबार करता था। Winsome Diamond और Forever Precious Diamonds उसकी दो कंपनियां थी। मेहता पर 1 अरब डॉलर के घोटाले का आरोप है। मेहता ने इंडिया में एक दर्जन से ज्यादा बैंकों के 5,000 करोड़ रुपये नहीं लौटाए हैं। उसे काफी पहले भगोड़ा घोषित किया गया था। लेकिन, सेंट किट्स और नेविस की नागरिकता हासिल करने के बाद वह अब तक लंदन में आराम की जिंदगी बिता रहा था।
सेंट किट्स और नेविस के साथ प्रत्यार्पण संधि नहीं होने की वजह से उसे इंडिया वापस नहीं लाया जा सका। मेहता अपने पूरे परिवार के साथ कई सालों से फरार है। अब भी ED और CBI उसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही हैं। इस बीच लंदन में वह विलासिता की जिंदगी बिताता आ रहा है। लेकिन, माना जा रहा है कि अब स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की पहल से इस मेहता परिवार पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है।
मेहता और उससे जुड़ी कंपनियों के खिलाफ कई जगहों पर कोर्ट में मामले लंबित हैं। लेकिन, आने वाले हफ्तों और महीनों में लंदन हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू होने के आसार हैं। इस साल मई में जस्टिस एडविन जॉनसन ने दुनियाभर में मेहता की संपत्तियां जब्त करने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट ने मेहता और उसके परिवार के सदस्यों को अपने एसेट का खुलासा करने और अपने पासपोर्ट सरेंडर करने का भी आदेश दिया था। मेहता संपत्तियां जब्त करने के कोर्ट के आदेश को बदलवाने की पूरी कोशिश कर रहा है।
स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने कुछ दूसरे बैंकों के साथ विनसम को लेटर ऑफ क्रेडिट्स जारी किए थे। इसके तहत बैंकों पर विनसम डायमंड्स की पेमेंट लायबिलिटी की जिम्मेदारी थी। विनसम ने इस फैसलिटी का इस्तेमाल गोल्ड के आयात के िए किया। मार्च और अप्रैल 2013 में इस गोल्ड का इस्तेमाल एक्सपोर्ट के लिए ज्वेलरी बनाने के लिए किया गया, जिसे यूएई की कंपनियों को निर्यात किया गया। आखिर में विनसम 77.4 करोड़ डॉलर के पेमेंट पर डिफॉल्ट कर गई। इससे इंडिया में ज्लैलरी इंडस्ट्री में हलचल मच गई।