पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन के बाद हालात सुधरने के बजाय बिगड़ते नजर आ रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान (Imran Khan) चुनाव की मांग को लेकर अपने समर्थकों के साथ इस्लामाबाद में दाखिल हो चुके हैं। इमरान के आजादी मार्च को रोकने के लिए पाकिस्तान सरकार ने रेड जोन में सेना की तैनाती कर दी है। पीटीआइ (PTI) के कई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प की खबरें सामने आ रही हैं। कहा जा रहा ह कि कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद में चाइन मेट्रो स्टेशन को भी आग के हवाले कर दिया है। इससे पहले एक ग्रुप ने बुरहान इंटरचेंज के पास आगजनी की घटना का अंजाम दिया था। PTI पार्टी के नेता फवाद चौधरी का कहना है कि इमरान खान Centaurus bridge पर समर्थकों को संबोधित करेंगे।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले भी बरसाए। हालांकि, हालात काबू आते नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं सरकार ने इस्लामाबाद में रेड जोन की सुरक्षा के लिए सेना बुलाई है। रेड जोन वो इलाका है जहां पाकिस्तान सरकार से जुड़े विभाग, न्यायपालिका और विधायिका बिल्डिंग स्थित हैं। शहबाज शरीफ की सरकार का कहना है कि इमरान के समर्थक सुप्रीम कोर्ट, संसद भवन, पीएम हाउस, प्रेसिडेंसी, पाकिस्तान सचिवालय और राजनयिक एन्क्लेव को निशाना बना सकते हैं।
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि वह इस्लामाबाद में प्रदर्शन मार्च और धरने के कार्यक्रम पर तब तक आगे बढ़ेंगे, जब तक कि पाकिस्तान में नए सिरे से चुनाव का ऐलान नहीं हो जाता। इमरान खान ने इसको लेकर एक ट्वीट में कहा कि अफवाहें फैलाई गईं और जानबूझकर दुष्प्रचार किया गया कि एक समझौता हुआ है। जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। एसेंबली भंग करने और चुनाव की तारीखों की घोषणा होने तक हम इस्लामाबाद में रहेंगे।