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SCO Summit 2022 Live: 'हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहते हैं', पढ़िए, PM मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

SCO शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम स्टार्टअप्स और इनोवेशन पर एक स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके SCO के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं

अपडेटेड Sep 16, 2022 पर 1:58 PM
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प्रधानमंत्री मोदी के गुरुवार शाम समरकंद पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया

SCO Summit 2022: उज्‍बेकिस्‍तान के समरकंद में यूक्रेन-रूस संघर्ष और ताइवान संकट सहित विभिन्न वैश्विक घटनाक्रमों के बीच शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के राष्ट्राध्यक्षों के परिषद की 22वीं बैठक आज से शुरू हो चुकी है।

इस दौरान SCO सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि आज भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं। भारत का अनुभव SCO देशों के भी काम आ सकती है। भारत मेडिकल जांच के लिए सबसे अधिक भरोसे वाला देश है।

पीएम मोदी की बड़ी बातें

  • पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व महामारी के बाद आर्थिक रिकवरी की चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऐसे में एससीओ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
  • उन्होंने कहा कि SCO के सदस्य देश वैश्विक जीडीपी में दुनिया का 30 फीसदी का योगदान किया है और विश्व की 40% आबादी भी SCO देशों में रहते हैं। भारत एससीओ सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है।
  • प्रधानमंत्री ने कहा कि एससीओ की बैठक में महामारी और यूक्रेन के संकट से ग्लोबल सप्लाई चेन में कई तरह की बाधाएं आई हैं। जिसके कारण पूरा विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा और खादय संकट का सामना करना पड़ा है। एससीओ को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त बनना होगा। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता तो होगी कि साथ ही यह भी महत्वपूर्ण होगा कि हम एक दूसरे को ट्रांजिट दें।
  • पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने पर प्रगति कर रहे हैं। इस साल भारत की अर्थव्यवस्था में 7.5% वृद्धि की आशा है जो विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक होगी। हम जन-केंद्रित विकास मॉडल पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
  • पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारी पीपल सेंट्रिक डिवेलपमेंट मॉडल में बहुत फोकस किया जा रहा है। हम प्रत्येक क्षेत्र में इनोवेशन को बढ़ावा देते हैं। हमारे यहां 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं, जिममें से 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। हमारे ये अनुभव कई सदस्य देशों के काम आ सकते हैं। इसी उद्देश्य से हम एक नए स्पेश वर्किंग ग्रुप ऑन स्टार्टअप एंड इनोवेशन की स्थापना करके एससीओ के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं।
  • पीएम मोदी ने कहा कि अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए ये WHO का पहला और एकमात्र वैश्विक केंद्र होगा। SCO देशों के बीच पारंपरिक औषधि पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत पारंपरिक औषधि पर नए SCO वर्किंग ग्रुप पर पहल लेगा।


गलवान घाटी में झड़प के बाद पहली बार आमने-सामने आए पीएम मोदी और जिनपिंग

इस बीच, गलवान घाटी में झड़प के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी पहली बार आमने-सामने नजर आए। इस दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी मौजूद रहे। समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले सभी नेताओं की ग्रुप फोटोग्राफी हुई।

उज्‍बेकिस्‍तान के ऐतिहासिक शहर समरकंद में आयोजित शिखर सम्मलेन में लोगों की निगाहें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग पर टिकी थी। पीएम मोदी और जिनपिंग साल 2020 में गलवान घाटी सीमा पर दोनों देशों के बीच झड़पों के बाद पहली बार आमने-सामने थे।

SCO Summit में शामिल होने वाले दूसरे नेताओं के साथ ये दोनों नेता एक ही मंच पर बैठे नजर आए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा, व्यापार एवं संपर्क, संस्कृति और पर्यटन सहित सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा के लिए SCO सदस्य देशों के नेताओं के साथ बैठक में शामिल हुए।"

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दो दिग्गज नेता ऐसे समय आमने-सामने आए जब भारतीय और चीनी सैनिकों को पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र से हटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। दोनों पड़ोसी देश इस बात पर सहमत हैं कि मई 2020 में शुरू हुआ सैन्य गतिरोध लद्दाख में कई जगहों पर सुलझा लिया गया है।

हालांकि, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ के साथ पीएम मोदी की संभावित द्विपक्षीय बैठक के बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने गुरुवार को कहा था कि जब प्रधानमंत्री की द्विपक्षीय बैठकों का कार्यक्रम सामने आएगा तो हम आपको पूरी तरह से अवगत कराएंगे।’’

पुतिन से करेंगे मुलाकात

SCO शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों नेताओं की बातचीत का एजेंडा व्यापार और राजनीति होगा। भारत में रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। पीएम मोदी भी जा रहे हैं। हमने पहले ही घोषणा की है कि पीएम मोदी सहित समरकंद में कई बैठकें होंगी।

आधिकारिक रूसी समाचार एजेंसी TASS ने राष्ट्रपति के सहयोगी यूरी उशाकोव के हवाले से कहा था कि पीएम मोदी के साथ अंतर्राष्ट्रीय एजेंडे पर भी बातचीत होगी। रणनीतिक स्थिरता और एशिया प्रशांत क्षेत्र की स्थिति के मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। बेशक, संयुक्त राष्ट्र, जी-20 और एससीओ जैसे प्रमुख बहुपक्षीय प्रारूपों में सहयोग पर बात होगी।

विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी शिखर सम्मेलन से इतर उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव और कुछ अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। हालांकि, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ संभावित बैठक के बारे में अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है।

विदेश सचिव ने कहा कि पीएम मोदी की समरकंद यात्रा की अवधि लगभग 24 घंटे होगी। एससीओ का मुख्यालय बीजिंग में है। इसमें चीन, रूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं।

पीएम मोदी का भव्य स्वागत

पीएम मोदी आठ सदस्यीय एससीओ के शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए गुरुवार रात समरकंद पहुंचे। सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और मध्य एशियाई देशों के अन्य नेता भाग ले रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी के शंघाई सहयोग संगठन के राष्ट्र प्रमुखों के 22वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार शाम समरकंद पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। उज्‍बेकिस्‍तान के राष्ट्रपति शौकत मिर्जियोयेव के निमंत्रण पर पहुंचे पीएम मोदी का एयरपोर्ट पर देश के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला अरीपोव, कई मंत्रियों और समरकंद के गवर्नर ने गर्मजोशी से अगवानी की। इस मौके पर उज्‍बेकिस्‍तान के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

पीएम मोदी ने समरकंद रवाना होने से पहले अपने एक बयान में कहा कि मैं उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति महामहिम शावकत मिर्जियोयेव के आमंत्रण पर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में भाग लेने के लिए समरकंद का दौरा करूंगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एससीओ शिखर सम्मेलन में मैं सामयिक, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी एवं पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और गहरा बनाने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हूं।

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