US vs Colombia: डोनाल्ड ट्रंप की सख्ती पर कोलंबिया का यू-टर्न, अब सभी शर्तें मानने को तैयार

US vs Colombia: अमेरिका और कोलंबिया के बीच जो भिड़ंत शुरू हुई थी, वह कुछ ही घंटे में थम गई। यह मामला अमेरिका से अवैध अप्रवासियों की देश वापसी से जुड़ा है। पहले तो कोलंबिया राजी था लेकिन फिर एकाएक पलट गया। जानिए ऐसा क्यों हुआ और कोलंबिया के नरम रुझान के बाद अमेरिका का स्टैंड क्या है? क्या अमेरिका ने सभी कार्रवाई को रोक दिया है?

अपडेटेड Jan 27, 2025 पर 12:26 PM
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US vs Colombia: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Danald Trump) की धमकी पर कुछ ही घंटे में कोलंबिया ने यू-टर्न ले लिया। टैरिफ वार के प्रहार से बचने के लिए यह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की सभी शर्तों को मानने पर राजी हो गया है। (File Photo)

US vs Colombia: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Danald Trump) की धमकी पर कुछ ही घंटे में कोलंबिया ने यू-टर्न ले लिया। टैरिफ वार के प्रहार से बचने के लिए यह अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की सभी शर्तों को मानने पर राजी हो गया है। इससे पहले वामपंथी रुझान वाले कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने कहा था कि उन्होंने अपने एक्स्टर्नल ट्रेड मिनिस्टर को अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क 25% तक बढ़ाने का निर्देश दिया है। साथ ही X (पूर्व नाम Twitter) पर उन्होंने एक लंबे ट्वीट में कहा था कि अमेरिका कभी भी कोलंबिया को दबा नहीं सकता है। हालांकि फिर कुछ ही घंटे में कोलंबिया को नरम होना पड़ा।

US vs Colombia: क्या है पूरा मामला?

कोलंबिया ने अमेरिकी सैन्य उड़ानों को अपने देश में अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के लिए उतरने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था। अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे कोलंबियाई नागरिकों को वापस उनके देश भेजने को लेकर दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध शुरू हो गया। ऐतिहासिक तौर पर बात करें तो कोलंबिया लैटिन अमेरिका में अमेरिका का एक करीबी सहयोगी रहा है और दोनों देशों के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हुआ है।


कोलंबिया के इनकार पर डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को ऐलान किया कि कोलंबिया से आने वाली चीजों पर अभी आपातकालीन 25 फीसदी का टैरिफ लगाया जाएगा जिसे एक हफ्ते में बढ़ाकर 50 फीसदी कर दिया जाएगा। कोलंबिया के टैक्स अथॉरिटीज के मुताबिक अमेरिका को तेल, गोल्ड, कॉफी और फूल निर्यात होते हैं। ट्रंप के मुताबिक कोलंबिया के इनकार से अमेरिका की नेशनल सिक्योरिटी और पब्लिक सेफ्टी को खतरा पहुंचा है।

कोलंबिया के यू-टर्न के बाद अब क्या होगा?

अमेरिका से कोलंबिया के अवैध 350 अप्रवासियों से में से 160 को को वापस उनके देश भेजा रहा था। पहले तो कोलंबिया इस पर राजी था लेकिन जब उसे पता चला कि जिन दो जहाजों से उन्हें वापस लाया जा रहा है, वह सेना के हैं तो कोलंबिया ने कहा कि अमेरिकी सैन्य विमानों को मैक्सिकों में नहीं आने देगा। इसके बाद ही ट्रंप और पेट्रो के बीच जंग छिड़ गई। हालांकि फिर पेट्रो नरम पड़े। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने रविवार को बताया कि कोलंबिया सरकार ने राष्ट्रपति ट्रंप की सभी शर्तों को स्वीकार कर लिया है। हालांकि व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने जिन प्रतिबंधों का ऐलान किया था, उसे रिजर्व में रखा जाएगा, जब तक कोलंबिया का रुख नरम रहेगा। ऐसे में अभी आईईईपीए टैरिफ और सैंक्शंस पर ट्रंप साइन नहीं करेंगे लेकिन कोलंबिया के सरकारी अधिकारियों और उनके समर्थकों पर वीजा प्रतिबंध बना रहेगा, जब तक कोलंबिया से पहला अमेरिकी जहाज सफलतापूर्वक वापस नहीं लौट आता है।

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