5 Days Working in Bank: सरकारी बैंकों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए एक राहत भरी खबर आ सकती है। इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) ने सरकार के आगे प्रस्ताव रखा है कि हर शनिवार को बैंक बंद रखे जाएं और सिर्फ सोमवार से शुक्रवार तक ही कामकाज हो। बैंकों के लिए 5 दिन वर्किंग वीक पर सरकार विचार कर रही है, हालांकि अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। लोकसभा में 28 जुलाई 2025 को वित्त मंत्रालय ने इस पर जवाब देते हुए बताया कि प्रस्ताव समीक्षा में है और लागू करने की कोई तय तारीख फिलहाल नहीं बताई गई है।
अभी क्या है नियम?
फिलहाल देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (PSBs) हर महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को बंद रहते हैं। बाकी शनिवारों को बैंक खुले रहते हैं। यह नियम 2015 में लागू हुआ था, जब IBA (Indian Banks' Association) और बैंक यूनियनों के बीच 10वीं द्विपक्षीय समझौता हुआ था।
IBA का नया प्रस्ताव क्या है?
IBA ने वित्त मंत्रालय से आग्रह किया है कि सभी शनिवार को बैंकों की छुट्टी का ऐलान किया जाए। ताकि बैंकिंग सेक्टर में 5 दिन का वर्क वीक लागू हो सके। इसका मतलब होगा कि बैंक सिर्फ सोमवार से शुक्रवार तक ही खुलेंगे।
सरकार ने क्या कहा?
सरकार ने कहा कि यह प्रस्ताव अभी विचाराधीन है और अभी तक इसे लागू करने की कोई तय तारीख (timeline) नहीं बताई गई है।
स्टाफ की कमी पर भी जवाब
सांसद के सी वेणुगोपाल ने लोकसभा में स्टाफ की कमी और इस प्रस्ताव को लागू करने की समयसीमा को लेकर भी सवाल पूछा था। इस पर सरकार ने बताया कि 31 मार्च 2025 तक सभी सरकारी बैंकों में कुल स्टाफ का 96% पद भरे हुए हैं। जो थोड़ी बहुत कमी है, वह रिटायरमेंट और सामान्य इस्तीफों की वजह से है।
कौन तय करता है बैंक में स्टाफ?
सरकार ने साफ किया कि हर सरकारी बैंक अपने बोर्ड के माध्यम से स्टाफिंग की जरूरतें खुद तय करता है। यह बैंक के बिजनेस, स्टाफ की सेवानिवृत्ति और दूसरी जरूरतों पर आधारित होता है। अगर यह प्रस्ताव लागू होता है तो ग्राहकों के लिए बदलाव आ सकते हैं, लेकिन बैंक कर्मचारियों को इससे राहत मिल सकती है।
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