8th Pay Commission: सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। 8वें वेतन आयोग को लेकर राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बुधवार को महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि कई कर्मचारी संगठनों ने आयोग के लिए अहम सिफारिशें की हैं। इनमें पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली और स्टैंडर्ड कंजम्पशन नॉर्म्स (SCN) में इजाफा जैसी मांगें शामिल हैं।
OPS बहाली की मांग फिर से तेज
कर्मचारी संगठनों की सबसे प्रमुख मांग में यह कहा गया है कि पुरानी पेंशन योजना को दोबारा लागू किया जाए। खासतौर पर उन कर्मचारियों के लिए भी OPS बहाल हो, जो 1 जनवरी 2004 के बाद सरकारी सेवा में आए हैं।
अगर यह मांग मानी जाती है, तो लाखों कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद सुनिश्चित और स्थायी पेंशन का लाभ मिलेगा, जो फिलहाल नई पेंशन स्कीम (NPS) के तहत बाजार पर निर्भर है। यह फिर यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) चुन सकते हैं, जिसमें उनकी सैलरी से भी पैसे कटते हैं।
बेसिक सैलरी बढ़ाने की राह
संगठनों की ओर से यह भी सिफारिश की गई है कि स्टैंडर्ड कंजम्पशन नॉर्म (SCN) को मौजूदा 3% से बढ़ाकर 3.6% किया जाए। यह नॉर्म तय करता है कि न्यूनतम पोषण और जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी व्यक्ति की कितनी आय होनी चाहिए। इस वृद्धि का सीधा असर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी पर होगा। अगर यह प्रस्ताव स्वीकार होता है, तो कर्मचारियों के वेतन में अच्छा-खासा इजाफा मुमकिनहै।
एजुकेशन अलाउंस और कैशलेस मेडिकल सुविधा
कर्मचारी संगठनों ने बच्चों के लिए एजुकेशन अलाउंस बहाल करने की मांग की है, ताकि सरकारी कर्मचारियों को पढ़ाई से जुड़े खर्च में राहत मिले। साथ ही, कर्मचारियों और पेंशनधारकों के लिए कैशलेस मेडिकल सुविधा लागू करने की सिफारिश की गई है, जिससे इलाज के दौरान उन्हें आर्थिक बोझ न उठाना पड़े।
कब तक लागू होगा 8वां वेतन आयोग?
8वें वेतन आयोग की औपचारिक घोषणा जनवरी 2025 में ही हो चुकी है। लेकिन, अभी इसके टर्म्स ऑफ रेफरेंस (ToR) तय नहीं हुए हैं। ये शर्तें तय होने के बाद ही आयोग अपनी औपचारिक सिफारिशें देगा। सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू की जाएंगी। इसका मतलब है कि अगर आयोग की सिफारिशें आने में देर होती है, तो कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को एरियर मिलेगा।
कितने लोगों को होगा फायदा?
अगर आयोग की सिफारिशें लागू होती हैं, तो इसका फायदा करीब 35-45 लाख मौजूदा कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनधारकों को मिलेगा। यह कदम केंद्र सरकार के सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से काफी प्रभावशाली माना जा रहा है। इससे खपत आधारित अर्थव्यवस्था को भी रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
ये सिफारिशें अभी कर्मचारी संगठनों की ओर से आई हैं और इन पर अंतिम फैसला सरकार को लेना है। हालांतकि, वित्त राज्य मंत्री की ओर से संसद में यह जानकारी दिखाता है कि सरकार 8वें वेतन आयोग को लेकर काफी सक्रिय है। आगामी महीनों में आयोग की प्रक्रिया तेज होने की उम्मीद है।