UIDAI: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने करीब 6 लाख आधार नंबर को कैंसिल कर दिया है। सरकार ने कहा कि ये सभी आधार नंबर नकली या डुप्लिकेट थे। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मानसून सत्र की कार्यवाही के दौरान पिछले सप्ताह संसद को बताया कि नकली आधार कार्ड या डुप्लिकेट आधार को फ्रॉड करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। UIDAI ऐसे आधार को नियमित तौर पर कैंसिल करता है।
6 लाख आधार को किया गया कैंसिल
लोकसभा के मानसून सत्र के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि अधिकारियों ने डुप्लीकेट आधार बनाने के मामलों से निपटने के लिए सख्त कदम कदम उठाए हैं। चंद्रशेखर ने बताया कि 5,98,999 आधार को कैंसिल किया गया है।
जोड़े एक्स्ट्रा वेरिफिकेशन के स्टेप्स
चंद्रशेखर ने कहा कि डुप्लिकेट आधार के मुद्दे को हल करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड में एक एक्स्ट्रा वेरिफिकेशन फीचर जोड़ा गया है। जिसमें फेस यानी की चेहरे को जल्द आधार वेरिफिकेशन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि अब आधार कार्ड वेरिफिकेशन में चेहरे का भी इस्तेमाल किया जाएगा। अब तक केवल वेरिफिकेशन के लिए फिंगरप्रिंट और आंखों का ही उपयोग किया जाता है।
1. सबसे पहले वेबसाइट https://resident.uidai.gov.in/offlineaadhaar को अपने मोबाइल या कंप्यूटर में खोलें।
2. वेबसाइट खुलने के बाद दिए गए बॉक्स में अपना मोबाइल नंबर डालें।
3. इसके बाद 'Request OTP' बटन पर क्लिक करें।
4. अपने मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को इंटर करें और फिर 'Validate' पर क्लिक करें
5 इसके बाद नया पेज खुलेगा। वहां अपना आधार नंबर डालें और आपको आधार नंबर से जुड़ी अपनी तमाम जानकारी जैसे नाम, पता, एड्रेस, मोबाइल नंबर आदि। अगर इसमें दी जानकारी आपकी है तो ये आपका ही आधार नबंर है, जो वैलिड है।