RBI Repo Rate Cut: सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा ने शनिवार को अपनी बड़ौदा रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (BRLLR) में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की घोषणा की है। अब यह दर 8.65% से घटकर 8.15% हो गई है। यह बदलाव 7 जून 2025 से प्रभावी होगा। RBI ने शुक्रवार को रेपो रेट को 6.00% से घटाकर 5.50% किया था, जिसके बाद बैंक ने यह कदम उठाया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा की की स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, BRLLR में यह बदलाव SEBI लिस्टिंग रेगुलेशन के तहत किया गया है। हालांकि, BRLLR में शामिल मार्क-अप कंपोनेंट 2.65% पहले की तरह ही बना रहेगा।
BRLLR घटाने का क्या मतलब है?
BRLLR (Baroda Repo Linked Lending Rate) घटाने का मतलब है कि बैंक अब अपने ग्राहकों को सस्ते ब्याज पर लोन देगा, क्योंकि यह दर सीधे RBI के रेपो रेट से जुड़ी होती है।
जैसे ही RBI ने रेपो रेट घटाया, बैंक ऑफ बड़ौदा ने BRLLR को भी 8.65% से घटाकर 8.15% कर दिया। इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की EMI कम हो सकती है। हालांकि, इससे फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज में कटौती की संभावना भी बढ़ जाती है।
अन्य बैंक भी सस्ता कर सकते हैं कर्ज
RBI ने शुक्रवार को 50 बेसिस पॉइंट की रेपो रेट कटौती के साथ कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में भी 100 बेसिस पॉइंट की कटौती कर इसे 3% कर दिया था। फरवरी 2025 से अब तक कुल 100 bps की कटौती हो चुकी है। यह हाल के वर्षों की सबसे आक्रामक मौद्रिक ढील मानी जा रही है।
इससे सरकारी और निजी क्षेत्र के अन्य बैंक भी अपनी ब्याज दरों में कटौती करके जनता को राहत दे सकते हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के तिमाही नतीजे
बैंक ऑफ बड़ौदा का मार्च 2025 तिमाही में शुद्ध मुनाफा ₹5,048 करोड़ रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 3.2% अधिक है। यह आंकड़ा CNBC-TV18 के ₹4,801.7 करोड़ के अनुमानों से भी बेहतर है। मुनाफे में यह बढ़त मुख्य रूप से अन्य आय में 24% की वृद्धि की वजह से आई है, जो ₹5,210 करोड़ रही।
हालांकि, बैंक की मुख्य आय यानी नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) में 6.6% की गिरावट दर्ज की गई और यह घटकर ₹11,019 करोड़ रही। CNBC-TV18 ने NII के ₹11,678 करोड़ रहने का अनुमान जताया था।
बैंक की ग्रॉस NPA में भी सुधार हुआ है, जो पिछली तिमाही के 2.43% से घटकर 2.26% रह गया, जबकि नेट NPA मामूली गिरावट के साथ 0.59% से घटकर 0.58% पर पहुंच गया है।