देश के प्रमुख बैंकों में शामिल आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने लगभग सभी पीरियड के होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। इससे तीनों बैंकों के लाखों कर्जधारकों को बड़ा झटका लगा है। ग्राहकों को अब लोन की EMI ज्यादा चुकानी होगी। आईसीआईसीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ इंडिया ने सभी पीरियड के होम लोन सहित सभी तरह के लोन पर MCLR बढ़ा दिया है। बैंक वेबसाइटों के मुताबिक ये नई दरें 1 अगस्त 2023 से लागू हो गई हैं। कि मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर न्यूनतम लोन की दर है जिसके नीचे कोई भी बैंक लोन नहीं दे सकता है। लोन पर ब्याज दर एमसीएलआर के जरिए तय की जाती है।
आईसीआईसीआई बैंक ने सभी पीरियड के लिए एमसीएलआर में 5 बीपीएस की बढ़ोतरी की है। आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के मुताबिक रातोंरात एक महीने की एमसीएलआर दर 8.35 फीसदी से बढ़ाकर 8.40 फीसदी कर दी गई है। आईसीआईसीआई बैंक में तीन महीने, छह महीने के एमसीएलआर को बढ़ाकर क्रमश: 8.45 फीसदी और 8.80 फीसदी कर दिया गया है। वहीं, एक साल की एमसीएलआर दर 8.85 फीसदी से बढ़ाकर 8.90 फीसदी कर दिया है।
पीएनबी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ओवरनाइट एमसीएलआर को 8.10 फीसदी पर रखा गया है। वहीं, एक महीने की पीरियड पर एमसीएलआर दर 8.20 फीसदी है। पीएनबी में तीन महीने, छह महीने की एमसीएलआर क्रमश: 8.30 फीसदी और 8.50 फीसदी है। वहीं, एक साल के लिए एमसीएलआर अब 8.60 फीसदी और तीन साल के लिए 8.90 फीसदी है।
बैंक ऑफ इंडिया ने एमसीएलआर दरों में रिवीजन किया है और चुनिंदा पीरियडयों पर दरें बढ़ा दी हैं। बैंक ऑफ इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक रात भर की पीरियड के लिए एमसीएलआर दर 7.95 फीसदी है, एक महीने के लिए एमसीएलआर दर 8.15 फीसदी है। बैंक ऑफ इंडिया ने तीन महीने, छह महीने की एमसीएलआर दर क्रमश: 8.30 फीसदी और 8.50 फीसदी रखी है। वहीं, एमसीएलआर अब एक साल के लिए 8.70 फीसदी और तीन साल के लिए 8.90 फीसदी तय की गई है।
बढ़ जाएगी ग्राहकों की EMI
मार्जिनल कॉस्ट लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर वह बेसिक न्यूनतम दर है जिसके आधार पर बैंक ग्राहकों को कर्ज देते हैं। अगर बैंक एमसीएलआर में किसी तरह का बदलाव करता है तो लोन की लागत यानी ब्याज दर पर भी असर पड़ता है, जिसका सीधा असर ग्राहक की जेब पर ऊंची ईएमआई के रूप में पड़ता है।