दो बड़े बैंक एंप्लॉयीज यूनियन ने विलफुल डिफॉल्ट मामलों पर RBI के हालिया फैसले का विरोध किया है। केंद्रीय बैंक ने विलफुल लोन डिफॉल्ट के मामलों का सेटलमेंट बातचीत के जरिए करने की इजाजत दी है। यूनियंस ने कहा है कि RBI को अपने इस फैसले पर दोबारा विचार करना चाहिए और वापस लेना चाहिए। उनका मानना है कि केंद्रीय बैंक के इस फैसले से बैंकिंग सिस्टम की निष्पक्षता पर असर पड़ेगा। पिछले हफ्ते आरबीआई ने बैंकों के लिए एक फ्रेमवर्क जारी किया था। इसका संबंध टेक्निकल राइट-ऑफ और कंप्रोमाइज सेटलमेंट से था। इसके दायरे में फ्रॉड और विलफुल डिफॉल्टर्स भी शामिल हैं। विलफुल डिफॉल्टर्स का मतलब ऐसे लोगों से है, जो जानबूझ कर बैंकों को लोन के पैसे नहीं लौटाते हैं।