Salary And Savings Accounts: जब कोई व्यक्ति नई कंपनी में पहली बार नौकरी ज्वॉइन करता है। तब उसका सैलरी अकाउंट (Salary Account) खोला जाता है। इस बैंक अकाउंट में हर महीने कंपनी ओर से सैलरी भेजी जाती है। बैंक ये खाते कंपनियों और कॉर्पोरेशन के कहने पर खोलते हैं। कंपनी के हर कर्मचारी के नाम से सैलरी अकाउंट होता है। जिसे वो खुद ऑपरेट करते हैं। इस अकाउंट के बहुत सारे फायदे होते हैं। जैसे फ्री एटीएम ट्रांजैक्शन्स, अनलिमिटेड ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और न्यूनतम बैलेंस की छूट मिलती है। सैलरी अकाउंट पर लागू होने वाले नियम बाकी सेविंग्स अकाउंट के मुकाबले काफी अलग होते हैं।
सैलरी अकाउंट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें जीरो बैलेंस की सुविधा मिलती है। अगर आप इस अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं भी करते हैं तो बैंक किसी तरह का पेनल्टी आपसे नहीं लेगा। रेगुलर सेविंग्स अकाउंट में मिनमिम बैलेंस मेंटेन करना बहुत जरूरी है। नहीं तो जुर्माना भरना पड़ सकता है।
दोनों अकाउंट में समान ब्याज दर
सैलरी और सेविंग्स अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दर समान रहती है। आपके सैलरी अकाउंट में बैंक करीब 4 फीसदी की दर से ब्याज देता है। कॉरपोरेट सैलरी अकाउंट वह कोई व्यक्ति खोल सकता है जो कंपनी से सैलरी लेता है। सैलरी अकाउंट कंपनी की ओर से खुलवाया जाता है। जबकि सेविंग्स अकाउंट कोई भी व्यक्ति खोल सकता है। अगर आपने अपनी नौकरी बदली है। आपने अपने सैलरी अकाउंट को बंद नहीं किया और न ही बदला है तो उसमें मिनिमम बैलेंस बनाएं रखना जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर बैंक उसे सेविंग्स अकाउंट में बदल देता है। मिनिमम बैलेंस मेंटेनेंस नहीं करने पर बैंक की ओर से जुर्माना लगाया जा सकता है।
कई बैंक सैलरी अकाउंट पर फ्री ATM ट्रांजैक्शन की सुविधा मुहैया कराते हैं। इस सुविधा के तहत आप चाहे जितनी बार ATM से ट्रांजैक्शन करें। कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसके अलावा ATM सुविधा के लिए सैलरी अकाउंट पर एनुअल फीस भी नहीं वसूला जाता है। सैलरी अकाउंट पर पर्सनल लोन के ढेर सारे ऑफर्स आते रहते हैं। सैलरी अकाउंट पर प्री-अप्रुव्ड लोन की भी सुविधा मिलती है। होम लोन और कार लोन के लिए स्पेशल ऑफर भी मिलते हैं।
फ्री पासबुक और चेकबुक की सुविधा
कई बैंक अपने सैलरी अकाउंट होल्डर्स को फ्री में चेकबुक, पासबुक और ई-स्टेटमेंट की सुविधा मुहैया कराते हैं। वहीं, एसएमएस अलर्ट के लिए भी कोई चार्ज नहीं लिया जाता है।
सेविंग अकाउंट कोई भी खुलवा सकता है। इसमे मिनिमम बैलेंस बनाए रखना बेहद जरूरी है। इस अकाउंट के तहत बैंक की ओर से मिलने वाली सुविधाओं के लिए आमतौर पर शुल्क वसूला जाता है।