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SBI के बैड लोन का कुछ हिस्सा खरीदने की तैयारी में ग्लोबल और लोकल NPA इनवेस्टर्स

कई ग्लोबल और लोकल एनपीए इनवेस्टर, स्टेट बैंक के बैड लोन का कुछ हिस्सा खरीदने की तैयारी में हैं। सूत्रों ने बताया कि स्टेट बैंक ने इसी फाइनेंशियल ईयर में इन बैड लोन की बिक्री की पेशकश की थी। सूत्रों के मुताबिक, बैंक ने इस महीने 331 नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स की पहचान की है, जिनकी कुल बकाया वैल्यू 960 अरब रुपये (11.6 अरब डॉलर) है

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 24, 2023 पर 5:12 PM
SBI के बैड लोन का कुछ हिस्सा खरीदने की तैयारी में ग्लोबल और लोकल NPA इनवेस्टर्स
सूत्रों ने बताया कि अब तक स्टेट बैंक के चार दर्जन से भी भी ज्यादा एनपीए पर चर्चा हो चुकी है।

कई ग्लोबल और लोकल एनपीए इनवेस्टर (distressed asset investors), स्टेट बैंक (SBI) के बैड लोन का कुछ हिस्सा खरीदने की तैयारी में हैं। सूत्रों ने बताया कि स्टेट बैंक ने इसी फाइनेंशियल ईयर में इन बैड लोन की बिक्री की पेशकश की थी। सूत्रों के मुताबिक, बैंक ने इस महीने 331 नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) की पहचान की है, जिनकी कुल बकाया वैल्यू 960 अरब रुपये (11.6 अरब डॉलर) है। स्टेट बैंक ने इस सिलसिले में संभावित इनवेस्टर्स को नोट भी भेजा है।

सूत्रों ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि जिन इनवेस्टर्स ने बैंक के बैड लोन में दिलचस्पी दिखाई है, उनमें न्यूयॉर्क का सर्बरस कैपिटल मैनेजमेंट एलपी (Cerberus Capital Management LP), हॉन्गकॉन्ग का एसी लोई (SC Lowy) और एवेन्यू कैपिटल ग्रुप एलएलसी (Avenue Capital Group LLC) शामिल हैं। एवेन्यू कैपिटल ग्रुप एलएलसी से जुड़ी इकाई एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी (इंडिया) लिमिटेड ने बैंक के ऑफर में दिलचस्पी दिखाई है।

बाकी संभावित स्थानीय खरीदारों में उदय कोटक की इकाई फीनिक्स एआरसी प्राइवेट (Phoenix ARC Pvt.), जेएम फाइनेंशियल रीकंस्ट्रक्शन कंपनी ( JM Financial Asset Reconstruction Company) और रिलायंस एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी ( Reliance Asset Reconstruction Company) शामिल हैं।

SBI, ARCIl और जेएम फाइनेंशियल ने इस बारे में कुछ भी कहने से मना कर दिया। बाकी इनवेस्टर्स को भेजी गई ईमेल का भी कोई जवाब नहीं मिला। रिजर्व बैंक (RBI) ने दो साल पहले एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें एनपीए की खरीद और बिक्री को ज्यादा पारदर्शी और व्यवस्थित बनाने की बात कही गई थी। इसके बाद से भारतीय बैंकों द्वारा बैड लोन की पहचान कर इस पर पहल करने का सिलसिला बढ़ गया है।

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