क्रेडिट कार्ड्स का इस्तेमाल बढ़ रहा है। यह तब काफी काम आता है, जब आपके पास किसी जरूरी खरीदारी के लिए पैसे कम पड़ जाते हैं। यही वजह है कि आज ज्यादातर लोगों के वॉलेट में एक या दो क्रेडिट कार्ड्स जरूरत होते हैं। क्या आपने क्रेडिट कार्ड्स कंपनियों या बैंक की तरफ से लगाए जाने वाले चार्ज पर कभी गौर किया है? अगर नहीं तो आपको एक बार इस पर गौर करने की जरूरत है। बैंक और एनबीएफसी क्रेडिट कार्ड पर कई तरह के चार्ज लगाती हैं। आइए इन चार्ज के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कई बैंक क्रेडिट कार्ड इश्यू के पहले साल में ज्वाइनिंग फीस वसूलते हैं। वे एनुअल फीस दूसरे साल से चार्ज करना शुरू करते हैं। यह फीस 10,000 रुपये तक हो सकती है। कई बैंक अपने कार्ड्स पर कोई ज्वाइनिंग फीस नहीं लेते हैं। उदाहरण के लिए SBI अपने उन्नति कार्ड और ओला मनी कार्ड पर ज्वाइनिंग फीस नहीं लेता है। कई बैंक एनुअल फीस नहीं लगाते हैं या ग्राहक के कहने पर इसे माफ कर देते हैं। लेकिन, इसके लिए वे कार्ड पर न्यूनतम खर्च की सीमा तय करते हैं।
अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल एटीएम से कैश निकालने के लिए करते हैं तो बैंक उस पर कैश एडवान्स फीस लगाते हैं। इस पर फाइनेंस चार्ज भी लगाया जाता है, जो एटीएम से पैसे निकालने तक उस तारीख तक लगाया जाता है, जब तक पूरे पैसे चुका नहीं दिए जाते। एचडीएफसी बैंक एटीएम से पैसे निकालने पर 2.5 फीसदी (निकाले गए अमाउंट पर) या 500 रुपये में से जो ज्यादा है, वह लगाता है।
अगर आपने क्रेडिट कार्ड का पूरा बिल नहीं चुकाया है तो बाकी बिल पर बैंक फाइनेंस चार्ज लगाते हैं। इसलिए अगर आप क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो उससे होने वाले खर्च का हिसाब जरूर रखें। अगर आपने कोई खरीदारी की है और मिनिमम ड्यू अमाउंट चुकाते हैं तो फाइनेंस चार्ज के रूप में आपको बड़ा अमाउंट पेमेंट करना पड़ता है। इसलिए एक्सपर्ट्स मिनिमम ड्यू अमाउंट की जगह पूरा बिल पेमेंट करने की सलाह देते हैं। फाइनेंस चार्ज प्रति माह 2.49 फीसदी से 3.8 फीसदी तक हो सकता है।
अगर आपने क्रेडिट कार्ड का बिल अंतिम तारीख तक नहीं चुकाया है तो बैंक लेट पेमेंट चार्ज लगाते हैं। कुछ बैंकों में यह चार्ज फिक्स्ड होता है तो कुछ बैंक बिल के अमाउंट के आधार पर लेट फीस लगाते हैं। एसबीआई क्रेडिट कार्ड्स पर लेट फीस 1,300 रुपये तक हो सकती है।
अगर किसी वजह से आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल उसकी क्रेडिट लिमिट से ज्यादा अमाउंट के पेमेंट के लिए करते हैं तो उस पर बैंक ओवरलिमिट फीस लगाते हैं। कुछ बैंक ओवरलिमिट अमाउंट का 2.5 फीसदी तक चार्ज वसूलते हैं। लेकिन, अगर आपने अपने बैंक को इस ऑप्शन को एक्टिवेट करने के लिए नहीं कहा है तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।
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