Bilawal Bhutto News: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने आतंकवाद को लेकर ऐसा बयान दिया है जो दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा है कि 26/11 मुंबई आतंकी हमले में शामिल हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकियों को भारत को सौंपने के लिए पाकिस्तान तैयार है। इसके लिए उनको किसी प्रकार की आपत्ति नहीं हैं। भुट्टो ने कहा, "पाकिस्तान को विश्वास बहाली के उपाय के रूप में जांच के दायरे में आए व्यक्तियों को भारत को प्रत्यर्पित करने में कोई आपत्ति नहीं है। बशर्ते नई दिल्ली इस प्रक्रिया में सहयोग करने की इच्छा दिखाए।"
'डॉन अखबार' की खबर के अनुसार, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल ने शुक्रवार को 'अल जजीरा' के साथ एक इंटरव्यू में यह टिप्पणी की। खबर में कहा गया कि लश्कर-ए-तैयबा (LeT) प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर को संभावित समझौते और सद्भावनापूर्ण रुख के तहत भारत को प्रत्यर्पित करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बिलावल ने यह बयान दिया।
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने 'डॉन' के हवाले से बाताया बिलावल ने कहा, "पाकिस्तान के साथ एक व्यापक वार्ता के हिस्से के रूप में जहां आतंकवाद उन मुद्दों में से एक है जिन पर हम चर्चा करते हैं, मुझे यकीन है कि पाकिस्तान इनमें से किसी भी चीज का विरोध नहीं करेगा।" राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक प्राधिकरण (NACTA) के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद दोनों को पाकिस्तान ने प्रतिबंधित कर रखा है।
जबकि 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद वर्तमान में आतंकवाद के फंडिंग के लिए 33 साल की सजा काट रहा है। इसी तरह संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित अजहर को भी नैक्टा ने प्रतिबंधित कर रखा है। बिलावल ने कहा कि इन आतंकियों के खिलाफ मुकदमे वाले मामले पाकिस्तान से संबंधित थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद के लिए उन पर मुकदमा चलाना मुश्किल था क्योंकि दिल्ली की ओर से बुनियादी चीजों का अनुपालन नहीं किया गया।
जब पत्रकार ने कहा कि भारत की मांग है कि ऐसे लोगों को उसे सौंप दिया जाए ताकि उन पर मुकदमा चल सके। इस पर बिलावल ने कहा कि पाकिस्तान को चिंताजनक व्यक्तियों को भारत को प्रत्यर्पित करने पर कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन इसकी एक प्रक्रिया होगी।
बिलावल ने कहा, "अगर भारत इस प्रक्रिया में सहयोग करने को तैयार है, तो मुझे यकीन है कि किसी भी जांच के दायरे में आए व्यक्ति को प्रत्यर्पित करने में कोई बाधा नहीं आएगी।" उन्होंने आतंकवादियों को पकड़ने के भारत के संकल्प पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इसे नई असामान्यता’ करार दिया। सईद और अजहर के ठिकानों के बारे में पूछे जाने पर बिलावल ने कहा कि हाफिज सईद जेल में है। जबकि इस्लामाबाद का मानना है कि मसूद अजहर अफगानिस्तान में है।