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शादीशुदा बेटी और सास-ससुर के लिए भी LTC क्लेम कर सकते हैं सरकारी कर्मचारी? क्या कहते हैं सरकारी नियम

LTC rules: सरकारी कर्मचारियों के लिए LTC नियमों को लेकर सरकार ने स्पष्टीकरण जारी किया है। जानिए LTC से जुड़े नियमों के मुताबिक, परिवार और आश्रित की परिभाषा क्या है और किन लोगों के लिए LTC बेनिफिट को क्लेम किया जा सकता है।

अपडेटेड Jul 07, 2025 पर 6:31 PM
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LTC के तहत परिवार में वे सदस्य आते हैं, जो कर्मचारी पर आर्थिक रूप से आश्रित हैं।

LTC rules: सरकारी कर्मचारियों के लिए लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) काफी शानदार सुविधा है। इसके तहत कर्मचारियों को कई ट्रैवल बेनिफिट मिलते हैं। हालांकि, इसके नियमों को लेकर अक्सर उलझन बनी रहती है। इसे दूर करने के लिए सरकार ने कई नियमों को स्पष्ट किया है। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने यह स्पष्टीकरण अलग-अलग दफ्तरों से प्राप्त सवालों, RTI और व्यक्तिगत शिकायतों के जवाब में जारी किया है।

LTC क्या है और किसे मिलता है?

LTC (Leave Travel Concession) केंद्र सरकार के कर्मचारियों और उनके परिवार को मिलने वाली यात्रा सुविधा है। इसके तहत वे सरकार के खर्चे पर अपने होमटाउन या देश के किसी भी स्थान की यात्रा कर सकते हैं। आमतौर पर यह सुविधा चार साल के ब्लॉक में दो बार मिलती है- एक बार होमटाउन के लिए और दूसरी बार भारत में कहीं भी यात्रा के लिए।


परिवार में कौन-कौन आते हैं?

LTC के तहत परिवार में वे सदस्य आते हैं, जो कर्मचारी पर आर्थिक रूप से आश्रित हैं और नियमानुसार पात्रता रखते हैं। पति या पत्नी हमेशा कवर होते हैं। वहीं, जबकि दो अविवाहित बच्चे शामिल किए जाते हैं, चाहे वे सौतेले हों या गोद लिए हुए। इसके दायरे में तलाकशुदा या विधवा बेटियां भी आती हैं।

वहीं, माता-पिता और अविवाहित भाई-बहनें तभी शामिल होंगे, जब वे पूरी तरह आश्रित हों। हालांकि, सास-ससुर, दूसरी पत्नी, दादा-दादी, या बहनों के बच्चे परिवार की परिभाषा में नहीं आते।

आश्रित की परिभाषा क्या है?

जो सदस्य पूरी तरह आर्थिक रूप से कर्मचारी पर निर्भर हों, उन्हें आश्रित माना जाएगा। हालांकि, इसमें इनकम का भी पेच है। आश्रित की कुल आय (पेंशन समेत) ₹9,000 प्रति माह से कम होनी चाहिए। महंगाई भत्ता भी इस सीमा में जोड़ा जाता है। यह शर्त केवल पति-पत्नी पर लागू नहीं होती। यानी पत्नी या पति को आश्रित माने जाने के लिए आय सीमा की बाध्यता नहीं है।

क्या साथ रहना जरूरी है?

LTC के लिए यह जरूरी नहीं कि सभी सदस्य कर्मचारी के साथ एक ही स्थान पर रहते हों। पति-पत्नी को एक इकाई माना जाता है, इसलिए साथ रहना अनिवार्य नहीं। माता-पिता और बच्चे साथ न भी रहें, तब भी अगर वे पूरी तरह आश्रित हैं, तो LTC का लाभ मिल सकता है।

उम्र सीमा और पात्रता क्या है?

25 साल से अधिक उम्र के बेटे-बेटियां, जो अब तक अविवाहित हैं और पूरी तरह आश्रित हैं, LTC के लिए पात्र हैं। शादीशुदा या आत्मनिर्भर बच्चे पात्र नहीं माने जाते। इसी तरह, अगर किसी सरकारी कर्मचारी की पत्नी प्राइवेट सेक्टर में काम करती है और उसे LTA मिलता है, तो भी यह LTC क्लेम पर कोई रोक नहीं बनती।

यात्रा नियम और प्रतिबंध

परिवार के सदस्य अलग-अलग समय और अलग डेस्टिनेशन पर यात्रा कर सकते हैं, बशर्ते यह दो साल या चार साल के ब्लॉक पीरियड के तहत हो। अगर कर्मचारी सस्पेंड है तो उसे LTC का लाभ नहीं मिलेगा। लेकिन, उसके परिवार के सदस्य इसका लाभ उठा सकते हैं। पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ट्रेन में बर्थ की बुकिंग पर कोई रिफंड नहीं मिलेगा, और एयरफेयर भी तभी मिलेगा जब कर्मचारी हवाई यात्रा के लिए पात्र हो।

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