EPFO Update: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी EPFO अपने करोड़ों सब्सक्राइबर्स के लिए एक बड़ी सुविधा लाने की तैयारी में है। आने वाले समय में कर्मचारी अपने PF खाते से पैसा सीधे ATM और UPI के जरिए निकाल सकेंगे। यह सुविधा लंबे समय से चर्चा में थी और अब इसके लागू होने की टाइमलाइन भी सामने आ गई है।
केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने दी जानकारी
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया ने ABP Network के India @2047: Entrepreneurship Conclave में इस योजना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सरकार का फोकस PF तक पहुंच को आसान और तेज बनाने पर है। मंत्री ने साफ कहा कि PF कर्मचारियों की अपनी कमाई है और इसमें गैरजरूरी अड़चनें नहीं होनी चाहिए।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, ATM और UPI के जरिए PF निकासी की यह नई व्यवस्था मार्च 2026 से पहले शुरू हो सकती है।
अभी कैसे निकालना पड़ता है PF
फिलहाल PF निकालने के लिए कर्मचारियों को ऑनलाइन या ऑफलाइन क्लेम फाइल करना पड़ता है। इसके बाद वेरिफिकेशन होता है और फिर पैसा खाते में ट्रांसफर किया जाता है। कई मामलों में प्रशासनिक और तकनीकी कारणों से इसमें देरी हो जाती है।
नई व्यवस्था से क्या बदलेगा
नई ATM और UPI बेस्ड विड्रॉल सिस्टम का मकसद इसी देरी को खत्म करना है। इसके तहत PF खाते को कर्मचारियों के बैंक खाते से जोड़ा जाएगा, जो पहले से आधार और UAN यानी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर से लिंक होते हैं।
इस सिस्टम के लागू होने के बाद डेबिट कार्ड और ATM नेटवर्क में PF से जुड़ा एक अलग फीचर जोड़ा जाएगा। इससे कर्मचारी सीधे अपने PF फंड तक पहुंच बना सकेंगे।
75 प्रतिशत तक PF निकासी पहले से मुमकिन
केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि मौजूदा नियमों के तहत कर्मचारी अपने PF बैलेंस का 75 प्रतिशत तक हिस्सा निकाल सकते हैं। यह सुविधा पहले से लागू है। इसके लिए कोई कारण बताने की भी जरूरत नहीं होती है।
EPF निकासी नियमों में हालिया बदलाव
Central Board of Trustees ने अक्टूबर 2025 की बैठक में PF निकासी के नियमों में कई अहम बदलाव किए थे। अब कुल जमा राशि का 75 प्रतिशत तक आंशिक रूप से निकाला जा सकता है। एडवांस निकासी के लिए न्यूनतम सेवा अवधि घटाकर एक साल कर दी गई है। पूरी निकासी के लिए 12 महीने की वेटिंग अवधि तय की गई है।
सरकार का कहना है कि इन सुधारों से PF तक पहुंच आसान होगी। पैसा निकालने की प्रक्रिया तेज होगी। सिस्टम ज्यादा पारदर्शी बनेगा। कर्मचारियों को अपने PF फंड पर बेहतर कंट्रोल मिलेगा।