चाइना के स्टॉक मार्केट्स में जबर्दस्त तेजी, चीन में निवेश करने वाली म्यूचुअल फंड की इन स्कीमों में कर सकते हैं इनवेस्ट

इस साल चीन और हांगकांग के स्टॉक मार्केट्स में जबर्दस्त तेजी आई है। हांगकांग के स्टॉक मार्केट का प्रमुख सूचकांक हैंगसेंग और चीन का सूचकांक प्रमुख सूचकांक सीएसआई 300 दोनों करीब 25-25 फीसदी तक चढ़े हैं। निवेशकों को चीन के मार्केट की वैल्यूएशन भी अट्रैक्टिव लग रही है

अपडेटेड Oct 09, 2024 पर 12:11 PM
Story continues below Advertisement
अभी इंडियन मार्केट्स में म्यूचुअल फंड की चार स्कीमों हैं, जो ग्रेटर चाइना रीजन में निवेश करती हैं। इनमें चीन, हांगकांग और ताइवान के बाजार शामिल हैं।

विदेशी निवेशकों के इंडियन मार्केट्स से पैसे निकाल चीन के स्टॉक मार्केट्स में निवेश करने की चर्चा गरम है। विदेशी निवेशकों ने इस महीने 7 तारीख तक इंडियन मार्केट्स में 5.4 अरब डॉलर की बिकवाली की है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसका ज्यादा हिस्सा चीन के स्टॉक्स मार्केट्स में गया है। चीन के स्टॉक मार्केट के प्रमुख सूचकांक सीएसआई 300 इंडेक्स में जबर्दस्त तेजी आई है।

प्रमुख सूचकांक इस साल 25 फीसदी चढ़ चुके हैं

हांगकांग के स्टॉक मार्केट के प्रमुख सूचकांक हैंगसेंग में भी तेजी दिखी है। इस साल दोनों ही सूचकांक करीब 25-25 फीसदी तक चढ़े हैं। यह इस दौरान इंडियन मार्केट्स के प्रमुख सूचकांकों में आई तेजी से ज्यादा है। म्यूचुअल फंड डिस्ट्रिब्यूटर्स का कहना है कि पिछले कुछ हफ्तों में निवेशक चीन में निवेश वाले म्यूचुअल फंडों के बारे में काफी पूछताछ कर रहे हैं।


पिछले साल चीन के मार्केट ने दिया था निगेटिव रिटर्न

कैलेंडर ईयर 2023 में CSI 300 में 11 फीसदी गिरावट आई थी। Hang Seng 14 फीसदी लुढ़का था। हाल में चीन की सरकार और पीपल्स बैंक चाइना ने इकोनॉमी की ग्रोथ बढ़ाने के लिए कई उपायों के ऐलान किए हैं। इसका असर चीन के स्टॉक मार्केट्स पर पड़ा है। चाइनीज कंपनियों के शेयरों में उछाल आया है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सरकार मॉनेटरी पॉलिसी को नरम बना रही है। परिवारों पर कर्ज के बोझ में कमी करने के लिए कदम उठाए गए हैं। सरकार कंज्यूमर्स और बिजनेसेज को सीधे मदद कर रही है। इससे चीन में इकोनॉमी ग्रोथ के लिए माहौल बना है। नौकरियों के मौके बढ़ने की भी उम्मीद है।

चीन के मार्केट में निवेश से हो सकता है मुनाफा

एडलवाइज म्यूचुअल फंड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट नीरज अवस्थी ने कहा, "कई चुनौतियों के बावजूद चीन के बाजार का आउटलुक पॉजिटिव दिख रहा है। सरकार ने हाल में पॉलिसी के लेवल पर कई पहल की है। उधर, चीन के स्टॉक मार्केट्स की वैल्यूएशन अट्रैक्टिव है। ऐसे में चीन के मार्केट में निवेश के मौके नजर आ रहे हैं।" अभी इंडियन मार्केट्स में म्यूचुअल फंड की चार स्कीमों हैं, जो ग्रेटर चाइना रीजन में निवेश करती हैं। इनमें चीन, हांगकांग और ताइवान के बाजार शामिल हैं।

यह भी पढ़ें: Home Loan Interest Rate: होम लोन का इंटरेस्ट रेट घटने का इंतजार कर रहे हैं? जानिए कब रेपो रेट घटा सकता है RBI

चीन में निवेश के लिए ये हैं इंडियन मार्केट में विकल्प

सबसे बड़ा फंड एडलाइज ग्रेटर चाइना इक्विटी ऑफशोर फंड है। इसका एसेट अंडर मैनेजमेंट 1,244.31 करोड़ रुपये है। इसके बाद निप्पॉन इंडिया ईटीएफ हैंगसेंग बीईईएस, मिराए एसेट हैंगसेंग टेक ईटीएफ और एक्सिस ग्रेटर चाइन इक्विटी एफओएफ हैं। इनमें मिराए एसेट हैंगसेंग का रिटर्न एक साल में 44.27 फीसदी रहा है। निप्पॉन इंडिया ईटीएफ का करीब 39 फीसदी, एक्सिस ग्रेटर चाइन इक्विटी का करीब 30 फीसदी और एडलाइवज ग्रेटर चाइना का करीब 29 फीसदी रहा है।

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Oct 09, 2024 12:08 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।