आज के डिजिटल युग में क्रेडिट कार्ड ने हर वर्ग के लिए सुविधाजनक भुगतान का माध्यम बनकर उभरा है। नौकरीपेशा युवा और छोटे कस्बों के लोग इसे ऑनलाइन शॉपिंग, बिल भुगतान और आपात स्थितियों के लिए व्यापक रूप से उपयोग कर रहे हैं। आकर्षक डिस्काउंट, रिवॉर्ड पॉइंट्स, और आसान इंस्टेंट पेमेंट के विकल्प के कारण यह तेजी से लोकप्रिय हुआ है। मगर, विशेषज्ञों का कहना है कि क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल बड़ी आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
क्रेडिट कार्ड से सबसे बड़ी गलती कैश निकासी करना है। विशेषज्ञ बताते हैं कि जब भी आप कार्ड से एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो उसी दिन से भारी ब्याज लगना शुरू हो जाता है। इसके अलावा, कैश एडवांस फीस और अन्य चार्ज भी लागू होते हैं, जिससे आपके बकाया में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हो सकती है। इसलिए ये सलाह दी जाती है कि क्रेडिट कार्ड को नकद निकासी का साधन न बनाएं।
दूसरी महत्वपूर्ण बात है क्रेडिट लिमिट का सही उपयोग। हर क्रेडिट कार्ड की एक उसे लिमिट होती है, जिसे पार करना आपके क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर डालता है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी कार्ड लिमिट 30,000 रुपए है तो उसका 50% से ज्यादा खर्च करने से बचना चाहिए। अधिक खर्च से न केवल आपका बजट प्रभावित होगा बल्कि क्रेडिट प्रोफाइल भी कमजोर हो सकती है।
तीसरी और व्यापक भूल केवल मिनिमम ड्यू का भुगतान करना है। कई उपयोगकर्ता हर महीने पूरी बिल राशि चुकाए बिना केवल न्यूनतम राशि देते हैं, जिससे बकाया राशि पर लगातार ब्याज जुड़ता रहता है। यह स्थिति कर्ज के बढ़ने का कारण बनती है, और कुछ ही महीनों में आपका कर्ज दोगुना हो सकता है। ऐसे में, यदि पूरा बिल चुकाना संभव न हो तो कार्ड के उपयोग को अस्थायी रूप से रोकना समझदारी होगी।
क्रेडिट कार्ड की सुविधा तभी फायदेमंद साबित होती है जब इसका उपयोग समझदारी और वित्तीय अनुशासन के साथ किया जाए। एक छोटी सी गलती भी आपके बजट और क्रेडिट स्कोर दोनों को नुकसान पहुंचा सकती है। सावधानी से कार्ड इस्तेमाल करके आप अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूती दे सकते हैं और बेहतर क्रेडिट प्रोफाइल बना सकते हैं।