जिस कॉफी की चुस्की लेकर आप दिन की शुरुआत करते हैं, क्या कभी सोचा है कि वही कॉफी किसी किसान के लिए “काला सोना” बन सकती है? जी हां, जिस फसल को हम सिर्फ एक ड्रिंक समझते हैं, वह असल में एक ऐसा बिजनेस मॉडल बन चुकी है जो एक बार लगाने पर दशकों तक मुनाफा दे सकता है। दिलचस्प बात ये है कि भारत जैसे देश में, जहां कॉफी की क्वालिटी इंटरनेशनल लेवल की मानी जाती है, वहां इसकी खेती अब सिर्फ पहाड़ी इलाकों तक सीमित नहीं रही। देशभर में किसान इस नई संभावनाओं वाली फसल की ओर बढ़ रहे हैं।
कम जमीन, कम देखभाल और स्थिर आमदनी — ऐसे फायदे किसी भी युवा किसान को कॉफी की खेती की ओर खींच सकते हैं। यही वजह है कि अब ये सिर्फ पेय नहीं, बल्कि एक स्ट्रॉन्ग इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बन चुका है।
कॉफी: सिर्फ पेय नहीं, एक बढ़िया बिजनेस मॉडल
दुनिया में पानी और चाय के बाद सबसे ज्यादा पिया जाने वाला पेय है — कॉफी। इसकी डिमांड कभी कम नहीं होती, और यही वजह है कि कॉफी की खेती न सिर्फ भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी एक बेहतरीन अवसर बन चुकी है। भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश है और यहां की कॉफी को उसकी गुणवत्ता के लिए विदेशों में खूब सराहा जाता है।
‘काला सोना’ क्यों कहते हैं कॉफी को?
कॉफी को 'ब्लैक गोल्ड' या 'काला सोना' इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह बेहद कम लागत में उगाया जा सकता है और बाजार में इसकी कीमत बहुत ज्यादा मिलती है। खास बात यह है कि इसकी फसल कई सालों तक चलती है, जिससे एक बार की मेहनत से किसान लंबी अवधि तक कमाई कर सकता है।
भारत में उगाई जाती हैं दो प्रमुख किस्में
अरेबिका को कॉफी की सबसे बेहतरीन किस्म माना जाता है। इसकी क्वालिटी शानदार होती है और स्वाद भी काफी माइल्ड और सुगंधित होता है। इसी वजह से ये अंतरराष्ट्रीय बाजार में सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। अरेबिका की खेती ठंडी और ऊंचाई वाले इलाकों (1000 से 1500 मीटर) में होती है। इसकी कीमत भी बाजार में सबसे ज्यादा मिलती है।
रोबस्टा किस्म अरेबिका की तुलना में थोड़ी सस्ती होती है, लेकिन ये आसानी से उगाई जाती है और इसकी पैदावार ज्यादा होती है। ये गर्म और कम ऊंचाई वाले इलाकों में उगाई जाती है। इसमें कैफीन की मात्रा ज्यादा होती है और इसे खासकर इंस्टेंट कॉफी के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
कॉफी की खेती से होने वाली कमाई
कॉफी के पौधे एक बार लगने के बाद अगले 3–4 साल में फल देना शुरू कर देते हैं और इसके बाद हर साल उत्पादन करते हैं। यदि किसान लगभग एक हेक्टेयर जमीन में कॉफी लगाता है, तो उसे सालाना 3–5 लाख रुपए तक की कमाई हो सकती है। यह कमाई गुणवत्ता, किस्म और मौसम पर निर्भर करती है।
किन राज्यों में होती है सबसे ज्यादा कॉफी की खेती?
भारत में मुख्य रूप से कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में कॉफी की खेती होती है। इसमें से कर्नाटक अकेले देश की करीब 70% कॉफी उत्पादन करता है।
कॉफी की खेती क्यों बन सकती है अगला बड़ा बिजनेस?
कॉफी की मांग लगातार बनी रहती है
कम मेंटेनेंस और लंबी अवधि तक फलदायक
जैविक खेती का बढ़ता रुझान
निर्यात से कमाई के बड़े अवसर