साल 2024 में बहुत से लोग साइबर ठगी के शिकार हुए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत समेत पूरी दुनिया में करीब 85 लाख करोड़ रुपये की साइबर ठगी के शिकार हुए हैं। इस साल सिर्फ भारत में रोजाना 60 करोड़ रुपये का चूना लग चुका है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि वॉट्सऐप के बाद टेलीग्राम और इंस्टाग्राम में लोग सबसे ज्यादा ठगी के शिकार हुए हैं। इन तीनों ऐप्स में करोड़ों यूजर्स हैं। बड़ी संख्या में लोग इन्हें रोजाना यूज करते है। इसलिए ऑनलाइन ठगी करने वाले लोगों के लिए यहां अपने शिकार पकड़ना आसान हो जाता है।
साल 2024 के पहले तीन महीनों में सरकार के पास WhatsApp के जरिए साइबर फ्रॉड की सबसे ज्यादा 43,797 शिकायतें आई थीं। इसके बाद Telegram से फ्रॉड की शिकायतें 22,680 दर्ज हुई हैं। इसी तरह Instagram से फ्रॉड की 19,800 शिकायतें आई थीं। रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर ठग ऐसे क्राइम की शुरुआत के लिए गूगल सर्विस प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल करते हैं। इनकी मदद से वो लोगों को टारगेट करते हैं।
किन लोगों को बनाया जा रहा निशाना?
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस स्कैम को 'पिग बूचरिंग स्कैम' या 'इंवेस्टमेंट स्कैम' के रूप में जाना जाता है। यह एक वैश्विक घटना है। इसमें बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग और यहां तक कि साइबर स्लेवरी भी शामिल है। बेरोजगार युवाओं, हाउस वाइफ, स्टूडेंट्स और जरूरतमंद लोगों को निशाना बनाया जाता है। गृह मंत्रालय की 2023-24 रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर अपराधी क्राइम को करने के लिए स्पॉन्सर्ड फेसबुक एड के जरिये भी देश में गैरकानूनी लोन देने वाली ऐप्स लॉन्च कर रहे हैं। इन पर कार्रवाई करने के लिए सरकार पहले ही ऐसे लिंक की पहचान कर लेती है। जरूरत पड़ने पर इन लिंक्स को हटाने के लिए फेसबुक को निर्देश भी दिए जाते हैं।
ऑनलाइन पेमेंट का बढ़ा चलन
दरअसल, दुनियाभर में ऑनलाइन बैंकिंग का चलन तेजी से बढ़ा है। भारत में भी कोरोना महामारी के बाद से ही ऑनलाइन पेमेंट में तेजी आई है। पिछले तीन सालों में यूपीआई पेमेंट, कार्ड पेमेंट, मोबाइल बैंकिंग के जरिए बड़ी संख्या में लोगों ने अपने वित्तीय लेनदेन को पूरा किया है। अब चाय की दुकान से लेकर सुपरमार्केट तक में ऑनलाइन लेनदेन किया जा रहा है। ऑनलाइन बैंकिंग के साथ ऑनलाइन फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। हर साल लाखों लोग इस तरह के फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव बेहद जरूरी हो जाता है।
साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय
साइबर फ्रॉड से बचने का पहला कदम सतर्क रहना है। अगर आपको किसी अनजान व्यक्ति से ईमेल, मैसेज या कॉल आते हैं। इस दौरान पर्सनल और बैंकिंग से जुड़ी जानकारी मांगते हैं तो सावधान हो जाएं। ऐसे किसी भी व्यक्ति पर विश्वास न करें। हमेशा मजबूत पासवर्ड बनाएं। यदि संभव हो तो यूजरनेम और पासवर्ड की टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें। अपने ऑनलाइन अकाउंट के पासवर्ड को नियमित रूप से बदलें और यह आपका नाम, मोबाइल नंबर वाले नहीं होने चाहिए।