Ladli Laxmi Yojana: एक समय था जब बेटी के पैदा होने पर माता-पिता के चेहरे पर चिंता की लकीरें छा जाती थीं। लेकिन आज स्थिति एकदम उलट है। आज बेटी के पैदा होने पर मातम नहीं बल्कि जश्न मनाया जाता है। बेटियों के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की ओर से कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। ऐसे ही मध्य प्रदेश में की शिक्षा और उनकी शादी के लिए लाडली लक्ष्मी योजना (Ladli Laxmi Scheme) चलाई जा रही है। सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि इस योजना के तहत इंजीनियरिंग, लॉ, आईआईटी और मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई के लिए चयनित हुई छात्राओं की फीस राज्य सरकार जमा कराएगी।
बता दें कि लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत 2 मई 2007 को की गई थी। इस योजना ने हाल ही में 16 साल पूरे किए हैं। तब से अब तक में लाडली लक्ष्मी योजना का दायरा काफी बढ़ गया है। पहले इसका बजट काफी कम था। अब इसके बजट में बढ़ोतरी की गई है। इस योजना के जरिए बेटियों के भविष्य की नींव को मजबूत कर और उनकी शैक्षिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की दिशा में क्रांति आई है।
जानिए क्या लाडली लक्ष्मी योजना
लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत बेटी का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए किया गया है। इस योजना का मकसद बेटियों की सेहत पर ध्यान देना है। जब बेटी पैदा होती है तो उसकी मृत्यु दर को रोकना है। मध्य प्रदेश सरकार लाडली लक्ष्मी योजना के तहत बच्ची के जन्म से लेकर उसकी शादी तक पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता करती है। सरकार बच्ची के जन्म पर 11,000 रुपये की मदद करती है। इस योजना के तहत बेटी की शादी करने में 10,0000 रुपये दिए जाते हैं। मौजूदा समय में इस योजना में 4800000 बेटियां रजिस्टर्ड हैं। जब इस योजना की शुरुआत की गई थी। उस साल 30000 लड़कियां थीं।
कैसे काम करती है यह योजना
इस योजना के तहत सरकार की ओर से बेटियों के नाम पर 6000 रुपये के राष्ट्रीय बचत पत्र, प्रमाण पत्र खरीदे जाते हैं। यह उसके जन्म के बाद 30000 तक तक पहुंच जाते हैं। जब बेटी का छठी क्लास में एडमिशन होता है तो 2000 रुपये मिलते हैं। इसके हाद 9वीं क्लास में एडमिशन लेने पर 4000 रुपये दिए जाते हैं। फिर 11वीं क्लास में एडमिशन लेने पर 7500 रुपये दिए जाते हैं। वहीं, 11वीं और 12वीं क्लास में पढ़ाई के दौरान उसे हर महीने 200 रुपये दिए जाते हैं। जब बेटी की उम्र 21 साल हो जाती है और बेटी की शादी नहीं हुई है। तब ऐसी स्थिति में उसे एकमुश्त एक लाख रुपये दिए जाते हैं।