गाड़ियों पर जीएसटी के रेट्स 22 सितंबर से बदलने जा रहे हैं। इससे छोटी कार, सेडान, एसयूवी और एमपीवी सस्ते होने जा रहे हैं। मारुति स्विफ्ट, फॉक्सवैगन विरटस, मारुति ब्रेजा, महिंद्रा एक्सयूवी700 और टोयोटा इनोवा क्रिस्टा की कीमतें भी घट जाएंगी। ऑटो इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुछ कारों की कीमतों में तो 9 फीसदी तक कमी आएगी। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
मारुति वैगनआर, स्विफ्ट और डिजायर की नई कीमत
Crisil Intelligence के मुताबिक, मारुति वैगनआर के बेस वेरिएंट की कीमत 8.6 फीसदी घटकर 5.29 लाख (एक्स-शोरूम) तक आ जाएगी। करीब इतनी ही कमी मारुति स्विफ्ट की कीमत में आएगी, जिससे बाद उसकी एक्स-शोरूम कीमत 5.93 लाख हो जाएगी। डिजायर की एक्स-शोरूम कीमत टैक्स घटने के बाद 6.25 लाख रुपये तक आ जाने की उम्मीद है।
Creta, Brezza और Virtus की नई कीमतें
Creta, Brezza और Virtus की कीमतों में 3.6 फीसदी की कमी आ सकती है। इसके बाद क्रेटा का बेस वेरिएंट की कीमत 10.71 लाख रुपये होगी। ब्रेजा की 8.37 लाख रुपये होगी। Virtus की कीमत 11.14 लाख रुपये होगी। ये सभी एक्स-शोरूम कीमतें हैं। Mahindra XUV700 और Toyota Innova Crysta के बेस वेरिएंट्स की कीमतों में भी 6.8 फीसदी तक कमी आने की उम्मीद है।
महिंद्रा एक्सयूवी700 और टोयोटा इनोवा भी होंगी सस्ती
क्रिसिल इंटेलिजेंस रिपोर्ट के मुताबिक, महिंद्रा एक्सयूवी700 की एक्स-शोरूम कीमत अब 13.51 लाख रुपये से शुरू हो सकती है। टोयोटा इनोवा क्रिस्टा की एक्स-शोरूम कीमत 18.64 लाख रुपये से शुरू हो सकती है। जीएसटी 2.0 में सभी ICE कारों यानी पेट्रोल, डीजल या सीएनजी से चलने वाली कारों को 18 फीसदी और 40 फीसदी स्लैब के तहत लाया गया है। 18 फीसदी स्लैब के तहत छोटी कारें जैसे हैचबैक, कॉम्पैक्ट सेडान और कॉम्पैक्ट एसयूवी आएंगी। बड़ी कारें 40 फीसदी स्लैब के तहत आएंगी।
पहले जीएसटी के बाद 1 से 22 फीसदी सेस लगता था
पहले सभी ICE कारों पर जीएसटी का रेट 28 फीसदी था। इसके बाद 1 से 22 फीसदी तक कंपनसेशन सेस लगता था। यह सेस कार के टाइप, उसकी लंबाई और इंजन की कैपेसिटी पर निर्भर करता था। छोटी पेट्रोल हैचबैक पर सेस कम था। एसयूवी और लग्जरी कारों पर सेस ज्यादा था। टैक्स और सेस की वजह से भारत में बनी कारों की कीमतें विदेश की तुलना में भारत में महंगी होती थीं। जीएसटी 2.0 में सरकार ने जीएसटी रेट्स में बदलाव करने के साथ ही कंपनसेशन सेस खत्म कर दिया है। इसका मतलब है कि अब कारों पर सिर्फ टैक्स लगेगा।
इलेक्ट्रिक कारों पर जीएसटी में बदलाव नहीं
इलेक्ट्रिक कारों पर जीएसटी का रेट नहीं बदला है। पहले इन पर 5 फीसदी टैक्स लगता था। आगे भी इन पर 5 फीसदी टैक्स लगेगा। हाइड्रोजन फ्यूल सेल व्हीकल्स (FCEVs) पर अब 12 फीसदी की जगह 5 फीसदी टैक्स लगेगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे यह साफ हो जाता है कि जीएसटी 2.0 में न सिर्फ छोटी बल्कि बड़ी कारों की कीमतों में भी कमी आएगी। यह गाड़ी खरीदने का प्लान बना रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। जीएसटी के नए रेट्स 22 सितंबर से लागू होंगे, जो शारदीय नवरात्र का पहला दिन है।