बढ़ती सैलरी के साथ आने वाला अप्रेजल का समय आर्थिक रूप से मजबूत बनने का सुनहरा अवसर होता है। सबसे पहले अपनी मेहनत को सम्मान दें और अपने लिए कुछ धन अलग रखें, जिससे आप मनचाही चीज खरीद सकें या घूमने जा सकें। फिर बचे हुए धन को अपने भविष्य को सुरक्षित करने में लगाएं। बुद्धिमानी भरा फैसला होगा कि आप कुछ धन इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीमों में लगाएं।
अगर आप पहले से ही म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, तो भविष्य में अपने निवेश को बढ़ाने के लिए SIP (Systematic Investment Plan) की सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप हर महीने SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, तो स्टेप-अप SIP आपके बढ़े हुए वेतन का फायदा उठाने का एक शानदार तरीका है। स्टेप-अप SIP की मदद से आप अपने मंथली इंवेस्टमेंट की राशि को पहले से तय की गई अवधि में ऑटोमेटिक बढ़ा सकते हैं।
थोड़ी-थोड़ी राशि बढ़ाकर निवेश करने के कई फायदे हैं। इससे आप आर्थिक रूप से दबाव महसूस किए बिना धीरे-धीरे ज्यादा पैसे बचाने की आदत डाल सकते हैं। इससे आपके इंवेस्टमेंट के नियमों का पालन करने में भी आसानी होती है।
रुपी-कॉस्ट एवरेजिंग (RCA) का लाभ
स्टेप-अप SIP के साथ रुपी-कॉस्ट एवरेजिंग (RCA) का इस्तेमाल करने से आपके फंड का मूल्य काफी बढ़ सकता है। रेगुलर इंवेस्टमेंट से कम मार्केट वैल्यू (NAV) पर आपकी म्यूचुअल फंड स्कीम की ज्यादा यूनिट्स खरीद ली जाती हैं।
रेगुलर इंवेस्टमेंट, खासकर बढ़ते हुए निवेश से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है। लंबे समय तक इंवेस्टमेंट करने और ज्यादा बार इंवेस्टमेंट करने से कंपाउंडिंग का प्रभाव और भी ज्यादा बढ़ जाता है। स्टेप-अप SIP के साथ हर बार आप यूनिट्स खरीदते हैं, तो टोटल फंड पोजीशन बढ़ती जाती है। जितना ज्यादा निवेश करेंगे, उतनी जल्दी आप अपने आर्थिक लक्ष्य को पा सकते हैं। सैलरी इंक्रीमेंट को सही तरीके से इस्तेमाल कर, स्टेप-अप SIP जैसी स्मार्ट इंवेस्टमेंट प्लान की मदद से आप आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते हैं।