PM Kisan Yojana: देश में कई तरह की योजनाएं चल रही हैं। जिनका सीधा फायदा गरीब वर्ग और जरूरतमंद तक पहुंचाया जा रहा है। इनमें आवास, राशन, बीमा, पेंशन समेत आर्थिक मदद देने जैसी कई तरह की योजनाएं शामिल हैं। ठीक ऐसे ही एक योजना है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना। इस योजना का मकसद किसानों की आमदनी में इजाफा करना है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश के करोडों को किसानों को फायदा मिल रहा है। अब तक 14 किश्तों में फायदा मिल चुका है। इस योजना का फायदा उठाने के लिए किसानों को क्या करना होगा? इस बारे में पीएम किसान सम्मान निधि योजना की ओर से सोशल मीडिया में जानकारी दी गई है।
दरअसल, पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को सालाना 6,000 रुपये मुहैया कराए जाते हैं। किसानों को ये पैसे साल भर में 3 किश्तों में दिए जाते हैं। हर एक किश्त में 2,000 रुपये मिलते हैं। हर 4 महीने में एक किश्त जारी की जाती है।
पीएम किसान योजना में 2000 रुपये पाना है तो फौरन करें ये काम
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की ओर से सोशल मीडिया में एक्स पर जानकारी दी गई है। इसमें किसानो को कई तरह के डॉक्यूमेंट्स अपडेट करने के लिए कहा गया है। X पर कहा गया है कि अगली किश्त का फायदा उठाने के लिए किसान 3 काम जरूर कर लें। जिनमें अपने जमीनी दस्तावेज अपलोड करना, आधार को एक्टिव बैंक खाते से लिंक होना, eKYC करवाना जरूरी है। बता दें कि पीएम किसान योजना में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अब e-KYC करवाना जरूरी कर दिया गया है। पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर किसान OTP के जरिए e-KYC कर सकते हैं।
इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर यह काम कर सकते हैं। वहीं हाल ही में सरकार ने e-KYC के लिए मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। इसके जरिए भी किसान घर बैठे e-KYC कर सकते हैं।
पीएम किसान के लाभार्थी किसानों के पास 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन होनी चाहिए। किसान जमीन का मालिक है, इसके लिए उसे पीएम किसान की वेबसाइट पर अपनी जमीन की कागज अपलोड करना होगा। ताकि यह साबित हो सके कि लाभार्थी किसान जमीन का मालिक है। कागजों की जांच के बाद कृषि विभाग के अधिकारी किसान की जमीन का फिजिकल वेरिफिकेशन भी करेंगे।
आधार से बैंक अकाउंट लिंक होना जरूरी
पीएम किसान योजना की 15वीं किश्त का फायदा सिर्फ उन्हीं किसानों को मिलेगा। जिनका अकाउंट आधार से लिंक होंगे। आधार से अकाउंट के लिंक होने पर किसानों की सही डिटेल सरकार के पास पहुंच जाती है। इस प्रक्रिया को पूरा करने से सरकारी सब्सिडी का पैसा भी समय से अकाउंट में आने लगता है।