आपने ATM का इस्तेमाल जरूर किया होगा। इसमें डेबिट कार्ड लगाकर पैसे निकाले जाते हैं। अगर आपके अकाउंट में पैसे हैं तभी निकलेंगे। कुल मिलाकर यह एक ऐसी मशीन होती है, जिससे पैसे निकाले जाते हैं। इसके अलावा पासवर्ड जेनरेट जैसे काम भी किए जाते हैं। लेकिन ओडिशा में एक ऐसा ATM लॉन्च किया गया है। जिसमें डेबिटट कार्ड की जगह राशन कार्ड लगाना है। इसके बाद ATM से नोटों की जगह चावल निकलने लगेंगे। ओडिशा सरकार के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्रा (Krushna Chandra Patra) ने भुवनेश्वर के मंचेश्वर इलाके के एक गोदाम में भारत का पहला राइस ATM लॉन्च किया है।
राइस ATM के जरिए सिर्फ 5 मिनट में 50 किलो अनाज बांटा जा सकता है। यह एटीएम 24 घंटे काम करते हैं। राशन कार्ड धारक राइस ATM के जरिए एक बार में 25 किलो चावल निकाल सकते हैं। इसके लिए उन्हें इस मशीन पर अपना राशन कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। इसके साथ ही इसमें बायोमेट्रिक प्रोसेस भी शामिल है। जिसके बाद ही लोग इस एटीएम से राइस निकाल सकेंगे।
धोखाधड़ी से मिलेगा छुटकारा
राइस एटीएम से राशन कार्ड धारकों को सही मात्रा में चावल मिलेंगे। लंबी लाइन से उन्हें छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही किसी भी तरह की धोखाधड़ी नहीं होगी। सरकार की इस योजना से धोखेबाज डीलरों की छुट्टी हो जाएगी। भुवनेश्वर में यह राइस एटीएम पायलट आधार पर लॉन्च किया गया है। इसे ओडिशा के सभी 30 जिलों में खोलने की योजना है। सफल होने पर इस मॉडल को संभावित रूप से वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत अन्य राज्यों में भी विस्तार किया जा सकता है। इन एटीएम के आने से अनाज की कालाबाजारी पर लगाम कसने में मदद मिलेगी। खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्रा का कहना है कि हमारा मकसद है कि लाभार्थियों को सही मात्रा में चावल मिले। उनके साथ कोई धोखाधड़ी न हो।
WFP से समझौतों में शामिल परियोजना
बता दें कि ओडिशा सरकार ने साल 2021 में विश्व खाद्ध कार्यक्रम (WFP) के साथ अनेक साझेदारी समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इनके तहत शुरू की जाने वाली कुछ परियोजनाओं में वितरण प्रणाली, धान की खरीदी, ग्रेन एटीएम, स्मार्ट मोबाइल स्टोरेज यूनिट शामिल हैं।