Crypto Investment: भारत दुनिया के प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी बाजारों में शामिल है। कई केंद्रीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज निवेशकों के लिए ट्रेडिंग की प्रक्रिया बेहद आसान बना रहे हैं। खाता खोलने और केवाईसी (KYC) पूरा करने के बाद कोई भी व्यक्ति ₹100 जितनी छोटी रकम से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शुरू कर सकता है। हाल ही में, ब्लू-चिप क्रिप्टोकरेंसी में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) का चलन भी बढ़ा है। इससे निवेशक धीरे-धीरे और नियमित रूप से अपनी होल्डिंग बढ़ा रहे हैं।
क्रिप्टोकरेंसी के बारे में टैक्स नियम
भारत में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग यानी खरीदना-बेचना और रखना कानूनी है। लेकिन, इसे शेयर मार्केट जैसी रियायत नहीं मिलती, खासकर टैक्स के मामले में। आपको क्रिप्टो से होने वाले मुनाफे पर तीन तरह से टैक्स देना होता है।
लेकिन, अगर क्रिप्टो मार्केट में आपको नुकसान हुआ, तो उसे आप एडजस्ट नहीं कर सकते, जैसा कि शेयर मार्केट में हो जाता है। इसका मतलब है कि नुकसान का पूरा बोझ निवेशक को ही उठाना पड़ता है।
क्रिप्टो से कर सकते हैं पैसिव इनकम
क्रिप्टो को कानूनी मुद्रा का दर्जा नहीं मिला है और यह पारंपरिक बैंकिंग व्यवस्था के दायरे में नहीं आता। फिर भी निवेशक अपनी होल्डिंग से पैसिव इनकम कमा सकते हैं। इसके दो दमदार तरीके हैं।
हालांकि, क्रिप्टो मार्केट में पैसा कमाने के लिए निवेशकों को टैक्स नियमों और बाजार जोखिम को समझना होगा। अनुशासित निवेश, यील्डिंग और स्टेकिंग जैसी रणनीतियां लंबी अवधि में फायदा पहुंचा सकती हैं।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि क्रिप्टो मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।