दिवाली और धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। कई लोग इस मौके पर गोल्ड ज्वेलरी खरीदते हैं। इस साल गोल्ड की कीमतें खूब चढ़ी हैं। इससे गोल्ड में निवेश का आकर्षण काफी बढ़ गया है। चूंकि गोल्ड ज्वेलरी बहुत मंहगी होती है, जिससे उसे खरीदने में कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसमें सबसे जरूरी यह है कि ज्वैलर आपसे गोल्ड ज्वेलरी की कितनी कीमत वसूल रहा है।
ज्वेलरी की कीमत कई चीजों पर निर्भर करती है
यह ध्यान रखना जरूरी है कि दो ज्वैलर्स (jewellers) की सोने की कीमत में फर्क हो सकता है। इसकी बड़ी वजह यह है कि ज्वैलर्स सोने की अपनी खरीद कीमत के आधार पर उसकी कीमत तय करते हैं। दूसरा, आप जिस गोल्ड ज्वेलरी (Gold Jewellery) को खरीद रहे हैं उसकी प्योरिटी का असर भी उसकी कीमत पर पड़ता है। 24 कैरेटे सोने का इस्तेमाल ज्वेलरी बनाने के लिए नहीं होता है। 18 से 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल ज्वेलरी बनाने के लिए होता है। आपने जो ज्वेलरी पंसद की है, उसमें जितने कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल किया गया होगा, उसकी कीमत उसी के हिसाब से तय होगी।
ऐसे होता है गोल्ड ज्वेलरी की कीमत का कैलकुलेशन
आम तौर पर गोल्ड ज्वेलरी की कीमत तय करने के लिए एक फॉर्मूला है। इसमें गोल्ड की कीमत में ज्वेलरी के वजन से गुणा किया जाता है। फिर जो संख्या आती है उसमें मेकिंग चार्ज और हॉलमार्क चार्ज जोड़ दिया जाता है। आखिर में 3 फीसदी जीएसटी जोड़ा जाता है। इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है। मान लीजिए दिवाली के दिन आज ज्वैलर के पास गोल्ड ज्वैलरी खरीदने के लिए जाते हैं। उस दिन 20 कैरेट सोने की कीमत 68,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है। आपकी ज्वैलरी 35 ग्राम की है। ज्लैवर 1500 रुपये का फ्लैट मेकिंग चार्ज लेता है। इस तरह आपकी ज्वेलरी की कीमत 2,46,640 रुपये होगी। इसमें हॉलमार्क चार्ज शामिल नहीं है।
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ज्वेलरी खरीदने में इन बातों का भी रखें ध्यान
ज्वैलर आपको खरीदी गई ज्वेलरी की रसीद देगा। पेमेंट से पहले आपको यह ठीक से समझ लेना होगा कि उसने कीमत का कैलकुलेशन किस तरह किया है। अगर आपको इसे समझने में दिक्कत आ रही है तो आप ज्वैलर से इस बारे में पूछ सकते हैं। दूसरी बात यह कि आपको ज्वैलर की तरफ से दी गई रसीद को संभाल कर रखना होगा। इसकी कई वजहे हैं। पहला तो यह इस बात का सबूत है कि आपके पास जो ज्लैवरी है, उसे आपने कहां से और किस तारीख को खरीदी है। दूसरा, अगर बाद में आपको ज्वैलरी की गुणवत्ता पर किसी तरह का संदेह होता है तो आप रसीद दिखाकर ज्वैलर से उसकी शुद्धता की जांच करने को कह सकते हैं।