Diwali पर गोल्ड खरीदने का प्लान बना रहे हैं? पहले ये बातें जान लेंगे तो फायदे में रहेंगे

धारणा है कि इससे घर में सुख, समृद्धि और तरक्की आती है। लेकिन, इस बार गोल्ड की कीमतें जिस ऊंचाई पर पहुंच गई है, उससे गोल्ड खरीदना आसान नहीं रह गया है। 9 अक्टूबर को गोल्ड का भाव 1,24,150 रुपये प्रति 10 ग्राम था। गोल्ड का भाव पहली बार इस लेवल पर पहुंचा है

अपडेटेड Oct 09, 2025 पर 9:08 PM
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24 कैरेट गोल्ड को सबसे प्योर माना जाता है। हालांकि, ज्वेलरी बनाने के लिए 24 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल नहीं होता है।

दिवाली पर गोल्ड खरीदना शुभ माना जाता है। लोगों में यह धारणा है कि इससे घर में सुख, समृद्धि और तरक्की आती है। लेकिन, इस बार गोल्ड की कीमतें जिस ऊंचाई पर पहुंच गई है, उससे गोल्ड खरीदना आसान नहीं रह गया है। 9 अक्टूबर को गोल्ड का भाव 1,24,150 रुपये प्रति 10 ग्राम था। गोल्ड का भाव पहली बार इस लेवल पर पहुंचा है। इस साल गोल्ड ने करीब 50 फीसदी रिटर्न दिया है।

खरीदारी के दिन गोल्ड का भाव

गोल्ड की कीमतें देशभर में एकसमान नहीं होती हैं। अंगारा के सीईओ अंकुर डागा ने कहा कि अगर आप अपने शहर में सोने की कीमत जानना चाहते हैं तो इसके लिए आप बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की कीमतों पर भरोसा कर सकते हैं। एसोसिएशन गोल्ड के बेंचमार्क रेट्स पब्लिश करता है। कीमतों के बाद दूसरा मसला प्योरिटी का आता है। प्योरिटी के बारे में बुनियादी जानकारी जरूरी है।


हॉलमार्क के HUID का वेरिफिकेशन

24 कैरेट गोल्ड को सबसे प्योर माना जाता है। हालांकि, ज्वेलरी बनाने के लिए 24 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल नहीं होता है। इसके लिए 22 से लेकर 14 कैरेट तक के गोल्ड का इस्तेमाल होता है। हॉलमार्किंग अनिवार्य होने के बाद प्योरिटी को लेकर दिक्कत दूर हो गई है। इसके बावूजद आपको गोल्ड ज्वेलरी खरीदने से पहले यूनिक हॉलमार्क आइडेंटिफिकेशन (HUID) वेरिफाय करना जरूरी है।

फाइनल प्राइस में दूसरे चार्जेज शामिल

गोल्ड ज्वेलरी के फाइनल रेट में सोने के बेस रेट के अलावा दूसरे चार्जेज भी शामिल होते हैं। इसमें मेकिंग चार्ज सबसे अहम है। सामान्य ज्वेलरी का मेकिंग चार्ज 5-8 फीसदी के बीच हो सकती है, जबकि स्पेशल और हैंड क्राफ्टेड गोल्ड ज्वेलरी का मेकिंग चार्ज 20-30 फीसदी तक जा सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि कीमत चुकाने से पहले आपको ज्वेलर्स से प्राइस का ब्रेकअप समझ लेना जरूरी है।

पुरानी ज्वेलरी बदलकर नई ज्वैलरी की खरीदारी

अगर आप पुरानी गोल्ड ज्वेलरी के बदले नई ज्वेलरी खरीदने जा रहे हैं तो आपको और भी सावधान रहने की जरूरत है। ज्वेलर्स पुरानी ज्वेलरी की वैल्यू गोल्ड के उस रेट के आधार पर तय करते हैं, जो उस दिन चल रहा होता है। इसलिए आपको ज्वेलर्स से यह ठीक तरह से पूछना होगा कि उसने आपकी पुरानी गोल्ड ज्वेलरी की कीमत किस रेट के आधार पर लगाया है। थोड़ा भी कम रेट लगाने की वजह से आपको बड़ा नुकसान हो सकता है।

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गोल्ड स्कीम को ठीक तरह से समझ लें

ज्वेलर्स ग्राहकों को गोल्ड स्कीम ऑफर करते हैं। इसमें आसान किश्तों में ग्राहकों को गोल्ड खरीदने का मौका दिया जाता है। यह स्कीम उन लोगों के लिए ठीक है, जो एकमुश्त बड़ा अमाउंट खर्च नहीं करना चाहते। लेकिन, स्कीम के नियम और शर्तों को ठीक तरह से समझ लेना बहुत जरूरी है। जल्दबाजी में इस तरह की स्कीम में गोल्ड खरीदने पर आपको फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।

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