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डॉक्युमेंट्स फ्रॉड के बढ़ रहे हैं मामलें, इन बातों का रखें ध्यान नहीं तो बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं

कुछ मामलों में तो व्यक्ति की पहचान से जुड़े डेटा की चोरी के बाद फर्जीवाड़ा करने वाले फर्जी डॉक्युमेंट बना रहे हैं। आजकल प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी काफी एडवान्स हो गई हैं, जिससे असली और नकली का फर्क पता नहीं चलता है। धोखाधड़ी करने वाले इसका इस्तेमाल कर रहे हैं

अपडेटेड Sep 27, 2025 पर 6:02 PM
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आपको यह ध्यान रखने की जरूरत है कि आप जिस वेबसाइट पर अपने डॉक्युमेंट्स अपलोड करने जा रहे हैं वह कितनी भरोसेमंद है।

डॉक्युमेंट्स से जुड़े फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पैन, आधार के दुरुपयोग के मामले तो पहले से होते रहे हैं, अब लोगों के ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट्स के गलत इस्तेमाल के मामले आने लगे हैं। फ्रॉड करने वाले फाइनेंशियल सहित कई तरह की धोखाधड़ी के लिए डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। कई बार तो दूसरे व्यक्ति के पैन का इस्तेमाल कंपनी के रजिस्ट्रेशन के लिए होता है तो कई बार उसके आधार का इस्तेमाल सिम कार्ड इश्यू कराने के लिए होता है। इस फ्रॉड के बारे में व्यक्ति को तब तक पता नहीं होता है जब तक पुलिस उन्हें इस बारे में नहीं बताती है।

आइडेंटिटी चोरी करने के बाद फर्जी डॉक्युमेंट्स बनाए जाते हैं

एक्सपर्ट्स का कहना है कि कुछ मामलों में तो व्यक्ति की पहचान से जुड़े डेटा की चोरी के बाद फर्जीवाड़ा करने वाले फर्जी डॉक्युमेंट बना रहे हैं। आजकल प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी काफी एडवान्स हो गई हैं, जिससे असली और नकली का फर्क पता नहीं चलता है। धोखाधड़ी करने वाले इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। कई बार तो इंटरनेट पर व्यक्ति को किसी स्कीम के लालच में फंसा कर फ्रॉड करने वाले उसके जरूरी डॉक्युमेंट्स की सॉफ्ट मांग लेते हैं। फिर उसके अपनी जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल करते हैं। व्यक्ति को इस बारे में कुछ पता नहीं होता है।


बैंक अकाउंट ओपन करने के लिए फर्जी डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल

फर्जी बैंक अकाउंट ओपन करने के लिए ऐसे डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल हो रहा है। मामला पकड़ में आने के बाद पता चलता है कि जिन डॉक्युमेंट का इस्तेमाल बैंक अकाउंट ओपन करने के लिए किया गया, वे किसी और के हैं। व्यक्ति को जब यह पता चलता है कि उसकी आइडेंटिटी का इस्तेमाल फर्जीवाड़ा के लिए हो रहा था तो वह चौंक जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादातर लोग अपने डॉक्युमेंट्स को लेकर उतनी सावधानी नहीं बरतते जितनी उन्हें बरतनी चाहिए। इसका खामियाजा उन्हें बाद में उठाना पड़ता है।

शॉप में डॉक्युमेंट्स स्कैन करने के बाद उसे डिलीट करा दें

एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर किसी शॉप में डॉक्युमेंट्स स्कैन कराने के लिए जाते हैं तो काम हो जाने के बाद आपको यह देख लेना जरूरी है कि दुकानदार ने आपके डॉक्युमेंट्स को अपने कंप्यूटर से डिलीट कर दिया है। ऐसा नहीं होने पर इसके दुरुययोग का खतरा बना रहेगा। जानकारों का कहना है कि स्टूडियो में आपके फोटा तक का दुरुपयोग हो सकता है। इसलिए स्टूडियो में फोटो खिंचान के बाद आप उसकी सॉफ्ट कॉपी लेकर स्टूडियो वाले को उसे अपने कैमरे से डिलीट करने को आप कह सकते है।

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डॉक्युमेंट्स ऑनलाइन अपलोड करने में बरतें सावधानी

आजकल ज्यादातर काम ऑनलाइन होने लगे हैं। कई कामों के लिए आपको अपने डॉक्युमेंट्स अपलोड करने होते हैं। आपको यह ध्यान रखने की जरूरत है कि आप जिस वेबसाइट पर अपने डॉक्युमेंट्स अपलोड करने जा रहे हैं वह कितनी भरोसेमंद है। कई बार किसी स्कीम का फायदा उठाने के लिए कंपनियां आधार या पैन नंबर मांगती हैं। आपको किसी कंपनी को अपनी आइडेंटिटी से जुड़ी जानकारी या डॉक्युमेंट्स देने से बचना चाहिए। बैंक, म्यूचुअल फंड या इंश्योरेंस कंपनी को छोड़ किसी दूसरी कंपनी को डॉक्युमेंट्स देने से पहले यह देख लेना जरूरी है कि वह कंपनी कितनी भरोसेमंद है।

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