दीपावली के बाद छठ पूजा के लिए ट्रेन और फ्लाइट टिकटों की मांग में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। हालत ये है कि दुबई, मलेशिया, बैंकॉक और सिंगापुर जाने से महंगा बिहार जाना हो गया है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार बिहार और झारखंड के लिए फ्लाइट टिकटों के किराए में काफी बढ़ोतरी हुई है। पटना और दरभंगा की उड़ानों के लिए किराए अब इंटरनेशनल डेस्टिनेशन जैसे दुबई, मलेशिया, बैंकॉक और सिंगापुर की तुलना में अधिक हो गए हैं।
दुबई से महंगा हुआ बिहार जाना
दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और सूरत जैसे प्रमुख शहरों से बिहार के लिए उड़ानों के किराए में भारी इजाफा हुआ है। ट्रैवल एजेंट राकेश अरोड़ा ने बताया कि त्योहारों के सीजन में किराए बढ़ना सामान्य है, लेकिन इस साल बढ़ोतरी स्पेशल रूप से अधिक है। ऊंचे किराए के बावजूद, टिकट मिलना मुश्किल हो गया है। दिल्ली और मुंबई से पटना और दरभंगा के लिए टिकटों के किराए 13,000 रुपये से 18,000 रुपये के बीच हैं। इसी प्रकार सूरत से पटना के लिए 4-6 नवंबर के बीच यात्रा करने पर भी यही किराया है। इसके मुकाबले, दिल्ली से दुबई, मलेशिया, बैंकॉक और सिंगापुर के लिए इंटरनेशनल फ्लाइट्स का किराया 10,000 रुपये से 20,000 रुपये के बीच है।
छठ पूजा के लिए महंगी मिल रही है फ्लाइट टिकट
छठ पूजा के दौरान देश भर से हजारों लोग उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड की यात्रा करते हैं, जिसके चलते ट्रेनें पूरी तरह से बुक हो जाती हैं। कई ट्रैवल एजेंट्स एक्स्ट्रा चार्ज लेने के बाद भी टिकट नहीं दिला पा रहे हैं। यह किराया बढ़ोतरी अस्थायी है और छठ पूजा के बाद सामान्य होने की उम्मीद है। हालांकि, इस साल दिवाली और छठ पूजा के दौरान घरेलू उड़ानों के औसत किराए में पिछले साल की तुलना में 20-25 प्रतिशत की गिरावट आई है, जिसका कारण क्षमता में बढ़ोतरी और तेल की कीमतों में कमी को बताया जा रहा है। ट्रैवल प्लेटफॉर्म Ixigo की रिपोर्ट के अनुसार नवंबर 2023 की तुलना में अक्टूबर-नवंबर 2024 में एकतरफा औसत किराए में कमी आई है, जो बुकिंग 30 दिन पहले की गई थी।
छठ पूजा के कारण बढ़ी बिहार जानें वाले लोगों की संख्या
इस साल बेंगलुरु-कोलकाता फ्लाइट का औसत किराया 10,195 रुपये से घटकर 6,319 रुपये हो गया, जिसमें 38 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। चेन्नई-कोलकाता मार्ग पर किराया 8,725 रुपये से घटकर 5,604 रुपये हो गया, जबकि मुंबई-दिल्ली फ्लाइट का किराया 8,788 रुपये से घटकर 5,762 रुपये पर आ गया है, जो 34 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है।