हायर एजुकेशन के लिए बैंक या एनबीएफसी से लोन लेना आम बात है। आम तौर पर एजुकेशन लोन का इंटरेस्ट रेट 8 से 12 फीसदी के बीच होता है। पढ़ाई पूरी होने के बाद एजुकेशन लोन का रीपेमेंट करना होता है। सवाल है कि क्या एजुकेशन लोन तय समय से पहले चुकाने में फायदा है?
तय समय से पहले लोन चुकाने के फायदे
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आपके एजुकेशन लोन का इंटरेस्ट ज्यादा है तो इसे तय समय से पहले चुकाने में फायदा है। इससे इंटरेस्ट के रूप में खर्च होने वाला आपका काफी पैसा बच जाता है। कुछ लोग कम रेट वाले एजुकेशन लोन को तय समय में चुकाते हैं। वे इसके इंटरेस्ट पेमेंट पर टैक्स बेनेफिट्स क्लेम करते हैं।
लोन के प्रीपेमेंट से पहले इन बातों पर करें गौर
अगर आप एजुकेशन लोन तय समय से पहले चुकाना चाहते हैं तो आपको यह देखना होगा कि इसका खराब असर आपकी वित्तीय स्थिति पर नहीं पड़ना चाहिए। आपके पास कम से कम तीन से छह महीने के खर्च के लायक इमर्जेंसी फंड होना चाहिए। अचानक नौकरी जाने या इलाज की जरूरत पड़ने पर यह फंड बहुत काम आता है। इससे आप कर्ज के जाल में फंसने से बच जाते हैं। अगर आपके पास यह बैकअप नहीं है तो तय समय से पहले एजुकेशन लोन चुकाने से आपकी वित्तीय स्थिति पर दबाव बन सकता है।
प्रीपेमेंट का असर आपके निवेश पर नहीं पड़ना चाहिए
मान लीजिए आपके एजुकेशन लोन का इंटरेस्ट रेट 9 फीसदी है। म्यूचुअल फंड्स में सिप से निवेश पर आपको सालाना 12 फीसदी रिटर्न मिलता है। ऐसी स्थिति में एजुकेशन लोन तय समय से पहले चुकाने की जगह इनवेस्टमेंट जारी रखना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। इसका मतलब है कि आपको यह देखना होगा कि आपके निवेश पर मिलने वाले इंटरेस्ट रेट और आपके लोन के इंटरेस्ट रेट के बीच कितना फर्क है। अगर इनवेस्टमेंट पर आपको मिलने वाला रिटर्न काफी अट्रैक्टिव है तो आप कम इंटरेस्ट रेट वाले लोन को तय समय में चुका सकते हैं।
EMI थोड़ा बढ़ाने से जल्द खत्म हो सकता है लोन
कई लोग लोन या कर्ज को खराब मानते हैं। लेकिन, एक्सपर्ट्स का मानना है कि रुपये-पैसे के मामलों में फैसला जज्बात की जगह फायदे-नुकसान के आधार पर लेना चाहिए। अगर आप एजुकेशन लोन को तय समय से पहले चुकाना चाहते हैं तो इसका असर आपकी वित्तीय स्थिति पर नहीं पड़ना चाहिए। अगर आप एजुकेशन लोन की EMI के अलावा हर महीने अतिरिक्त 2000-3000 रुपये का पेमेंट करते हैं तो आपके लोन की अवधि घट जाएगी। इससे इंटरेस्ट पर होने वाले आप हजारों रुपये बचा सकेंगे।