EPFO ने ज्यादा पेंशन के लिए अप्लाई करने की अंतिम तारीख बढ़ा दी है। अब 26 जून तक इसके लिए अप्लाई किया जा सकता था। इससे पहले इसकी समयसीमा 3 मई थी। अगर आपने अब तक अप्लाई नहीं किया है तो इस बारे में पूरी तरह से सोचसमझ कर फैसला लेने के लिए आपको काफी समय मिल गया है। मनीकंट्रोल की प्रीति कुलकर्णी ने ज्यादा पेंशन के लिए अप्लाई करने के इस मौके के बारे में PwC India के पूर्व नेशनल लीडर और इंडिपेंडेंट पर्सनल टैक्स एक्सपर्ट कुलदीप कुमार से बातचीत की। उनसे यह पूछा कि ज्यादा पेंशन के लिए अप्लाई करने का फैसला लेने में एंप्लॉयीज को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
EPFO को मिल चुके हैं 12 लाख अप्लिकेशन
EPFO से ज्यादा पेंशन के लिए अप्लाई करने की समयसीमा बढ़ाने की गुजारिश की गई थी। अब तक उसे 12 लाख एंप्लॉयीज के अप्लिकेशन मिले हैं। माना जा रहा है कि समयसीमा बढ़ने के बाद यह संख्या बढ़ेगी। लेकिन, अप्लाई करने का प्रोसेस काफी जटिल है। इसलिए एप्लॉयीज के लिए इसे भरने का प्रोसेस जल्द शुरू कर देना चाहिए। इस बारे में एंप्लॉयीज को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? इसके जवाब में कुलदीप कुमार ने कहा कि ज्वाइंट अप्लिकेशन फाइल कर देने के बाद यह प्रोसेस खत्म नहीं हो जाता है।
एंप्लॉयीज को कैलकुलेशन के फॉर्मूले का इंतजार
उन्होंने कहा कि ज्वाइंट अप्लिकेशन तो इस दिशा में पहला कदम है। अप्लिकेशन भरने के बाद EPFO उसकी जांच करेगा। वह हर डॉक्युमेंट की जांच करेगा। इसमें काफी समय लग सकता है। बड़ा सवाल ज्यादा पेंशन के कैलकुलेशन के तरीके को लेकर है। अभी इस बारे में डिटेल जानकारी नहीं आई है। इस वजह से एंप्लॉयीज यह फैसला नहीं कर पा रहे हैं कि उन्हें ज्यादा पेंशन के लिए अप्लाई करना चाहिए या नहीं।
ईपीएफओ मौजूदा फॉर्मूला में कर सकता है बदलाव
पेंशन के कैलकुलेशन के लिए पहले से एक फॉर्मूला है। इसके मुताबिक, कुछ एंप्लॉयीज ऐसी पेंशन के हकदार हो सकता है, जिसमें रिटर्न करेंट मार्केट रेट्स के मुकाबले ज्यादा होगा। हालांकि, यह स्थिति सरकार के लिए फायदेमंद नहीं होगी, क्योंकि वह अपनी जेब से पैसे खर्च करना नहीं चाहेगी। हालांकि, ईपीएफओ को इस फॉर्मूले में बदलाव करने का अधिकार है। वह मार्केट रेट्स को ध्यान में रख इस फॉर्मूले में बदलाव कर सकता है।
जब तक पेंशन के कैलकुलेश का फॉर्मूला तय नहीं हो जाता, एंप्लॉयीज के लिए यह तय करना मुश्किल बना रहेगा कि उसे ज्यादा पेंशन के लिए अप्लाई करना चाहिए या नहीं। कुलदीप कुमार ने बताया कि अगर आपने ज्यादा पेंशन के लिए अप्लाई करने का मन बना लिया है तो आपको सबसे पहले अपना Universal Account Number (UAN) चेक करना चाहिए। उसके बाद यह चेक कर लेना जरूरी है कि आपके आधार से आपका मोबाइल नंबर लिंक्ड है या नहीं। इसके बिना आप ईपीएफओ के अप्लिकेशन सिस्टम का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे।