Gold-Silver ETF: गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ ने 2025 में दिए छ्प्परफाड़ रिटर्न, अभी किसमें इनवेस्ट करने में फायदा?

Gold-Silver ETF Investors: इस साल गोल्ड ईटीएफ और सिल्वर ईटीएफ दोनों का रिटर्न का शानदार रहा है। सिल्वर ईटीएफ का औसत रिटर्न इस साल 42 फीसदी रहा है। इसके मुकाबले गोल्ड ईटीएफ का औसत रिटर्न 40 फीसदी फीसदी रहा है। गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। चांदी में भी उछाल देखने को मिला है

अपडेटेड Sep 11, 2025 पर 5:15 PM
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मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने हाल में आई अपनी रिपोर्ट में चांदी के अगले साल के मध्य तक 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच जाने का अनुमान जताया है।

इस साल गोल्ड और सिल्वर में जबर्दस्त तेजी आई है। इसका फायदा गोल्ड और सिल्वर ईटीफ के निवेशकों को मिला है। इससे दोनों कीमती धातुओं के ईटीएफ में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। खासकर कम उम्र के इनवेस्टर्स फिजिकल गोल्ड और सिल्वर की जगह इनके ईटीएफ में निवेश करना चाहते हैं। एक्सपर्ट्स भी निवेशकों को गोल्ड ज्वेलरी की जगह इनके ईटीएफ में निवेश की सलाह इनवेस्टर्स को दे रहे हैं।

गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ ने किया मालामाल

इस साल Gold ETF और Silver ETF दोनों का रिटर्न का शानदार रहा है। सिल्वर ईटीएफ का औसत रिटर्न इस साल 42 फीसदी रहा है। इसके मुकाबले गोल्ड ईटीएफ का औसत रिटर्न 40 फीसदी फीसदी रहा है। इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स का कहना है कि गोल्ड की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। इसकी वजह जियोपॉलिटिकल टेंशन, टैरिफ को लेकर अनिश्चितता और अमेरिका में इंटरेस्ट रेट्स घटने की उम्मीद है। उधर, चांदी भी गोल्ड के पीछे-पीछे चलती दिख रही है। चांदी के साथ खास बात यह है कि इसका इस्तेमाल इंडस्ट्रियल उत्पादन में होता है। डिमांड के मुकाबले सप्लाई कम होने से इसकी कीमतों में तेजी है।


पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन के लिए बुलियन जरूरी

एक्सपर्ट्स का कहना है कि डायवर्सिफिकेशन के लिहाज से इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में गोल्ड और सिल्वर दोनों का होना जरूरी है। फाइनेंशियल एडवाइजर्स करीब 10 फीसदी निवेश गोल्ड और सिल्वर में करने की सलाह देते हैं। बुलियन यानी सोने और चांदी को आज भी निवेश का सबसे सुरक्षित जरिया माना जाता है। शेयरों की कीमतों में अचानक गिरावट आने पर बुलियन पोर्टफोलियो को कुछ हद तक सुरक्षा देते हैं। अगर आपके पोर्टफोलियो में बुलियन नहीं है तो आप गोल्ड या सिल्वर ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं।

सोने और चांदी में उछाल का असर ईटीएफ के रिटर्न पर

इस साल यूटीआई गोल्ड ईटीएफ ने सबसे ज्यादा 41 फीसदी रिटर्न दिया है। आदित्य बिड़ला एसएल गोल्ड ईटीएफ ने 40.48 फीसदी रिटर्न दिया है। एसबीआई गोल्ड ईटीएफ ने करीब 38.22 फीसदी रिटर्न दिया है। सिल्वर ईटीएफ में सबसे ज्यादा रिटर्न एचडीएफसी सिल्वर ईटीएफ एफओएफ ने दिया है। इसका रिटर्न करीब 43.57 फीसदी है। यूटीआई सिल्वर ईटीएफ का रिटर्न 43.36 फीसदी है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ के शानदार रिटर्न में इस साल दोनों मेटल की कीमतों में आए उछाल का बड़ा हाथ है।

गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में निवेश करना काफी आसान

गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में निवेश करना काफी आसान है। दूसरा, इसमें गोल्ड और सिल्वर ज्वेलरी को सुरक्षित रखने की चिंता नहीं रहती है। हालांकि, गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। कम उम्र के इनवेस्टर्स इसलिए गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ में निवेश कर रहे हैं क्योंकि इसमें निवेश की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। दूसरा, एक्सचेंजों में आप गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ की यूनिट्स बेच सकते हैं। हालांकि, गोल्ड ईटीएफ के मुकाबले सिल्वर ईटीएफ में लिक्विडिटी थोड़ी कम रहती है। लेकिन, अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं तो लिक्विडिटी की चिंता करने की जरूरत नहीं है।

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आपको किसमें निवेश करना चाहिए?

एक्सपर्ट्स का कहना है कि गोल्ड ईटीएफ काफी समय से मार्केट में है। सिल्वर ईटीएफ 2022 से मार्केट में है। लेकिन, दोनों ईटीएफ का अंडरलाइंग एसेट्स बुलियन हैं, जिससे दोनों में से आप किसी में निवेश कर सकते हैं। दोनों का रिटर्न सोने और चांदी के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने और चांदी दोनों में तेजी जारी रहने की उम्मीद है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने हाल में आई अपनी रिपोर्ट में चांदी के अगले साल के मध्य तक 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच जाने का अनुमान जताया है। सोने का आउटलुक भी पॉजिटिव है। इसलिए आप दोनों में से किसी में इनवेस्ट कर सकते हैं। इनमें सिप से भी निवेश किया जा सकता है।

Rakesh Ranjan

Rakesh Ranjan

First Published: Sep 11, 2025 4:37 PM

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