गोल्ड बनेगा रॉकेट! देखते ही देखते छू सकता है 85,000 रुपए का लेवल, जानिए 4 कारण जो बढ़ाएंगे खर्च

पिछले साल बजट के बाद गोल्ड सस्ता हुआ था लेकिन इस बार गोल्ड महंगा हो सकता है। और इसके पूछे चार कारण हैं। अगर आपकी भी गोल्ड में दिलचस्पी है तो इन कारणों को समझने के बाद ही गोल्ड खरीदने का प्लान बनाएं

अपडेटेड Jan 22, 2025 पर 6:08 PM
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गोल्ड की कीमतों में आगे बड़ी तेजी आ सकती है, जानिए क्या है वजह

पिछले साल बजट के बाद गोल्ड की कीमतों में अचानक कमी आई थी लेकिन इस बार हालात उलटे नजर आ रहे हैं। मुमकिन है कि इस बार 1 फरवरी को बजट के बाद गोल्ड की कीमतों में धड़ाधड़ तेजी आए। यहां तक कि ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि गोल्ड प्राइस इस साल 85,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव तक जा सकता है। जो अब तक का सबसे हाइएस्ट लेवल होगा।

आखिरी क्यों गोल्ड की कीमतों में आ सकती है तेजी!

गोल्ड की कीमतों में तेजी आने की सबसे बड़ी वजह है कि इस बार सरकार बजट में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल बजट में इंपोर्ट ड्यूटी 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया था। जेम्स एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट एसोसिएशन के मुताबिक, इंपोर्ट ड्यूटी अगस्त 2024 में गोल्ड का इंपोर्ट 104 फीसदी बढ़ गया था। दरअसल पिछले साल बजट के बाद जब गोल्ड सस्ता हुआ था तो डिमांड अचानक बढ़ गई थी। गोल्ड ज्यादा इंपोर्ट होने की वजह से सरकारी खजाने पर भी बढ़ा है। फिस्कल डेफेसिट को कंट्रोल करने के लिए यह कदम उठाना बहुत जरूरी है।


जियोपॉलिटिकल टेंशन

अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिम्मेदारी संभाल ली है और उसके बाद उन्होंने कुछ ऐसे बड़े फैसले लिए जिससे लगता है कि आने वाले दिनों में जियो पॉलिटिकल टेंशन बढ़ने वाली है। ट्रंप ने सरकार बनाते ही पेरिस क्लाइमेट समझौता और WHO से बाहर निकल गया है। इसके अलावा ब्रिक्स देशों पर भी ट्रंप ने सख्त रवैया अपनाने का संकेत दिया है। इस बात के पूरे आसार हैं कि आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं। और इन सब उठापटक का असर गोल्ड प्राइस पर पड़ेगा।

गोल्ड पर रेट कट का असर

अमेरिकी फेड ने पिछली बैठक में पॉलिसी रेट घटाने का फैसला किया था। दिसंबर 2024 की बैठक में फेड रिजर्व ने शॉर्ट टर्म लोन के लिए इंटरेस्ट रेट 25 बेसिस अंक (0.25%) घटाकर 4.25-4.5 फीसदी के रेंज में कर दिया था। इससे पहल ये 4.5-4.75 फीसदी के बीच था। मुमकिन है कि फेड अपनी अगली बैठक में भी रेट घटा सकता है जिससे गोल्ड की कीमतें और बढ़ सकती हैं।

कमजोर रुपए से भी गोल्ड महंगा

पिछले कुछ महीनों से डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर होता जा रहा है। 22 जनवरी को एक डॉलर की कीमत 86.26 के लेवल पर है। आने वाले दिनों में अगर रुपए की वैल्यू घटती है तो गोल्ड इंपोर्ट के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। इससे भारत में गोल्ड महंगा हो सकता है और साथ ही सरकारी खर्च का बोझ भी बढ़ेगा।

ऑल बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल ने कहा, "गोल्ड के साथ-साथ गोल्ड ETF में भी खरीदारी बढ़ रही है। और ज्यादा डिमांड बढ़ने और रुपया कमजोर होने के कारण इस सला गोल्ड 85,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव तक जा सकता है। "

Pratima Sharma

Pratima Sharma

First Published: Jan 22, 2025 6:08 PM

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