Gold Price Falls: सोमवार को सोने के दाम में फिर गिरावट दर्ज की गई। मुंबई में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,25,000 रुपये के नीचे चली गई है। फिलहाल 10 ग्राम सोना 1,24,480 रुपये पर और 22 कैरेट सोना 1,15,140 रुपये पर ट्रेड हो रहा है। वहीं चांदी भी सस्ती हुई है और 1,54,900 रुपये प्रति किलो के भाव पर बिक रही है। आखिर सोने-चांदी में बीते 10 दिनों में बड़ी गिरावट क्यों आई है।
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना गिरा
2. US-China बातचीत का असर
सोने में गिरावट की सबसे बड़ी वजह अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक रिश्तों में सुधार की उम्मीदें हैं। एशियाई शेयर बाजारों में तेजी आई है क्योंकि निवेशकों को उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच इस हफ्ते समझौता हो सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से उनकी मुलाकात से पहले हुई बातचीत सकारात्मक रही, जिससे बाजार में भरोसा बढ़ा है।
3. सेफ-हेवन की मांग घटी, डॉलर मजबूत हुआ
Aspect Bullion & Refinery के सीईओ दर्शन देसाई के मुताबिक सोने की सेफ-हेवन यानी सुरक्षित निवेश के रूप में मांग कमजोर हो रही है क्योंकि निवेशक अब जोखिम वाले एसेट्स, जैसे शेयरों की ओर लौट रहे हैं। इसके साथ ही डॉलर की मजबूती ने भी सोने को कमजोर किया है।
उन्होंने कहा कि इस हफ्ते सोने के बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है क्योंकि कई बड़े इवेंट होने वाले हैं, जैसे अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक, अमेरिका-चीन की ट्रेड टॉक्स और बड़ी टेक कंपनियों के नतीजे।
4. फेड की नीतियों पर टिकी नजरें
फेडरल रिजर्व से इस हफ्ते 0.25% की ब्याज दर में कटौती की उम्मीद की जा रही है, लेकिन निवेशकों की नजर चेयरमैन जेरोम पॉवेल के बयान पर है, जिससे आगे की नीति का संकेत मिलेगा। UBS के एक्सपर्ट जियोवानी स्टॉनुओवो ने कहा कि ट्रेड बातचीत में प्रगति से सोने पर दबाव बना है, लेकिन ब्याज दरों में संभावित कटौती मीडियम पीरियड में सोने को सपोर्ट दे सकती है।
सोना आमतौर पर कम ब्याज दरों के दौर में अच्छा प्रदर्शन करता है क्योंकि तब निवेशक वैल्यू सेफ रखने वाले विकल्पों की तलाश करते हैं। लेकिन जब शेयर बाजार में तेजी आती है, तो सोने की चमक थोड़ी फीकी पड़ जाती है। फिलहाल निवेशक यह देख रहे हैं कि अगर फेड भविष्य में और दरें घटाता है, तो सोना एक बार फिर चमक सकता है।