Gold Rate Today: आज तीसरे दिन दिल्ली बुलियन मार्केट में सोना सस्ता हुआ है। अगर सोने के भाव की तुलना कल के दाम से की जाए तो इसमें करीबन 750 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है।22 कैरेट सोने का भाव 79,300 रुपये के आसपास आ गया है। आज 13 फरवरी गुरुवार को 24 और 22 कैरेट सोने का दाम में 750 रुपये तक कम हुआ है। चेक करें सोने-चांदी का भाव और रेट गिरने के कारण।
सोने की कीमत में गिरावट के कारण
हाल ही में सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है, जिसका मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कमजोर रुख और ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता है। वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है क्योंकि अमेरिका में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के नए आंकड़े जल्द ही जारी होने वाले हैं। इन आंकड़ों से यह तय होगा कि वहां की ब्याज दरें कम होंगी या नहीं। अगर ब्याज दरें ऊंची बनी रहती हैं, तो निवेशक सोने की बजाय अन्य विकल्पों की ओर आकर्षित होंगे, जिससे सोने की मांग घटेगी और कीमतों में गिरावट आएगी।
इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डॉलर की मजबूती का भी असर सोने की कीमत पर पड़ा है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना महंगा हो जाता है और निवेशकों की इसमें रुचि कम हो जाती है। वहीं, भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत पर दबाव बना हुआ है, लेकिन शादी-ब्याह और त्योहारों के कारण इसकी मांग बनी रहने की संभावना है। यदि वैश्विक स्तर पर कोई बड़ा आर्थिक बदलाव नहीं होता है, तो कीमतें धीरे-धीरे स्थिर हो सकती हैं।
दिल्ली-मुंबई में 24 और 22 कैरेट सोने का दाम
दिल्ली में 24 कैरेट सोना करीब 750 रुपये की गिरावट आई है। यहां दाम 86,810 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि 22 कैरेट सोना 79,540रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है। मुंबई में 24 कैरेट सोने का दाम 86,660 रुपये और 22 कैरेट सोना 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। यहां जानें देश के 4 बड़े शहरों में सोने का 13 फरवरी 2025 का दाम।
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट | 24 कैरेट गोल्ड रेट |
दिल्ली | 79,540 | 86,810 |
चेन्नई | 79,390 | 86,660 |
मुंबई | 79,390 | 86,660 |
कोलकाता | 79,390 | 86,660 |
13 फरवरी को चांदी की कीमत
13 फरवरी को चांदी की कीमत 99,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। इसके रेट में बदलाव नहीं हुआ है।
देश में कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमत कई वजहों से बदलती रहती है, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार के दाम, सरकार के टैक्स और रुपए की कीमत में उतार-चढ़ाव। यह सिर्फ निवेश का साधन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और परंपरा का भी अहम हिस्सा है। शादी-ब्याह और त्योहारों पर इसकी मांग बढ़ने से दाम भी बढ़ जाते हैं। लोग इसे सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी कीमत में बदलाव का सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ता है।