Gold Rate Today: सोने के भाव में लगातार आ रही गिरावट पर आज ब्रेक लग गया। सोने के भाव में गुरुवार 12 जून को करीबन 1,000 रुपये तक की बढ़त नजर आ रही है। दिल्ली, मुंबई, राजस्थान जैसे बड़े शहरों के सर्राफा बाजार में 10 ग्राम 24 सोने का भाव 98,500 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है। वहीं, 22 कैरेट सोने का रेट 90,300 रुपये के ऊपर बना हुआ है। चांदी में लगातार नजर आ रही तेजी पर ब्रेक लगा। कल की तुलना में चांदी 200 रुपये सस्ती होकर 1,08,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है। यहां जानें आज गुरुवार 12 जून 2025 को क्या रहा सोने-चांदी का भाव।
सोने की कीमतों में तेजी की सबसे बड़ी वजह दुनिया भर में फैली आर्थिक और राजनीतिक अनिश्चितता है। अमेरिका में टैक्स को लेकर नई परेशानी सामने आई हैं। एक संघीय अदालत ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को विदेशों से आने वाले सामान पर टैक्स जारी रखने की इजाजत दी है। इससे निवेशकों में घबराहट फैल गई है। ऐसे माहौल में लोग सुरक्षित निवेश की ओर भागते हैं और सोना सबसे सुरक्षित माना जाता है। इसलिए सोने की खरीद बढ़ गई और दाम चढ़ गए।
इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिम एशिया में जारी तनाव ने भी सोने की मांग बढ़ा दी है। जब भी दुनिया में तनाव या खतरे की स्थिति बनती है, तो लोग शेयर बाजार जैसे जोखिम वाले निवेश से दूर होकर सोने में पैसा लगाना पसंद करते हैं।
22 और 24 कैरेट सोने का भाव
गुरुवार 12 जून को सोने की कीमतों में गिरावट आई है। दिल्ली में 22 कैरेट सोना 90,360 रुपये और 24 कैरेट सोना 98,560 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा। मुंबई में भी 22 कैरेट सोना 90,210 रुपये और 24 कैरेट सोना 98,410 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। पटना, लखनऊ, जयपुर जैसे बड़े शहरों में सोे का भाव इसी रेट के आसपास बने हुए हैं।
चांदी हुई सस्ती - 12 जून 2025
चांदी का भाव 1,08,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर है। आज चांदी के भाव में करीबन 200 रुपये तक की गिरावट रही। आज सोने में तेजी रही लेकिन चांदी सस्ती हुई है। कल एक किलोग्राम चांदी का रेट 1,09,100 रुपये था।कई एक्सपर्ट का मानना है कि दिवाली तक चांदी 1,20,000 रुपये तक पहुंच सकती है।
कैसे तय होती हैं सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमतें कई वजहों से तय होती हैं, जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव, रुपये की कीमत और सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स। हमारे देश में सोना सिर्फ निवेश नहीं बल्कि परंपरा और त्योहारों से भी जुड़ा होता है। खासकर शादियों और त्योहारी सीजन में इसकी मांग अचानक बढ़ जाती है, जिससे दाम भी ऊपर चले जाते हैं।