वैश्विक बाजार में शुक्रवार को सोने की कीमतों में और गिरावट आई। इसकी प्रमुख वजह डॉलर में आई मजबूती और प्रॉफिट बुकिंग है। रॉयटर्स के मुताबिक, सोने का हाजिर भाव 0.2% गिरकर 4,118.68 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। दिसंबर डिलीवरी के लिए यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.3% गिरकर 4,133.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। लगातार 9 सप्ताह तेजी देखने के बाद सोना अब साप्ताहिक गिरावट की ओर बढ़ रहा है। इस सप्ताह अब तक यह 3% लुढ़क चुका है। नया ऑल टाइम हाई क्रिएट करने के बाद सोना लगातार चौथे दिन टूटा है। इस सप्ताह की शुरुआत में कीमत 4381.52 डॉलर प्रति औंस के नए पीक पर पहुंच गई थी।
डॉलर इंडेक्स ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले लगातार तीसरे सत्र में बढ़त दर्ज की। इसके चलते अन्य करेंसीहोल्डर्स के लिए सोना और महंगा हो गया। दरअसल निवेशक अमेरिका के खुदरा महंगाई के आंकड़ों का इंतजार कर रहे हैं, जो इस सप्ताह के अंत में आने वाले हैं। इन आंकड़ों से निवेशक ब्याज दरों पर फेडरल रिजर्व रुख को लेकर और संकेत तलाशेंगे। महंगाई में किसी भी तरह की बढ़ोतरी से डॉलर में और तेजी आ सकती है। इससे सोने की डिमांड और घट सकती है। अमेरिकी सरकार के शटडाउन के कारण अहम सरकारी आंकड़े जारी होने में देरी हुई है।
ट्रेड को लेकर टेंशन में राहत से चढ़ रहा डॉलर!
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि उन्हें चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक ट्रेड समझौते पर पहुंचने की उम्मीद है। दोनों के बीच अगले सप्ताह दक्षिण कोरिया में मीटिंग होने वाली है। रॉयटर्स के मुताबिक, केसीएम ट्रेड के चीफ मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर का कहना है, "अमेरिकी और चीनी नेताओं के बीच मीटिंग से ट्रेड को लेकर टेंशन कम हो सकती है। इससे डॉलर को मदद मिल रही है और सेफ एसेट के तौर पर सोने की डिमांड कम हो रही है।"
1 नवंबर से चीन की ओर से रेयर अर्थ एलिमेंट्स के निर्यात पर नियंत्रण और इसके जवाब में इसी तारीख से अमेरिका की ओर से चीन पर 100 प्रतिशत के एडिशनल टैरिफ की घोषणा के बाद दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़ गई। अमेरिका ने चीन को लैपटॉप से लेकर जेट इंजन तक, सॉफ्टवेयर-संचालित प्रोडक्ट्स के निर्यात पर अंकुश लगाने की योजना पर विचार करने की भी बात कही। वहीं चीन ने भी पलटवार की चेतावनी दी है।
रॉयटर्स के मुताबिक, गोल्डसिल्वर सेंट्रल के एमडी ब्रायन लैन का कहना है कि इस समय, लंबी अवधि में हम अभी भी सोने को लेकर आशावादी हैं। लेकिन शॉर्ट टर्म में निवेशकों को सतर्क रहना होगा क्योंकि अस्थिरता बहुत अधिक है।
चांदी का हाजिर भाव 0.6% गिरकर 48.62 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। यह मार्च के बाद से अपने सबसे खराब सप्ताह की ओर बढ़ रही है। इस सप्ताह चांदी अब तक 6% लुढ़क चुकी है। भारत के अंदर भी 24 अक्टूबर को चांदी की कीमत में गिरावट है।