दिवाली और धनतेरस पर गोल्ड खरीदना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इससे घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है। इस मौके पर कई लोग चांदी खरीदते हैं। अगर आप धनतेरस या दिवाली पर गोल्ड ज्वेलरी खरीदने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातें जान लेना जरूरी है। खासकर यह चेक करना जरूरी है कि आप जो गोल्ड ज्वेलरी खरीद रहे हैं वह कितना प्योर है।
प्योरिटी चेक करने के लिए इस तरीके का करें इस्तेमाल
Gold Jewellery की प्योरिटी चेक करने का सबसे अच्छा तरीका उसके बीआईएस हॉलमॉर्क को देखना है। अब हर गोल्ड ज्वेलरी पर एक छोटा स्टैंप लगा होता है, जिसमें इस बात की जानकारी होती है कि वह ज्वेलरी कितने कैरेट की है। इसके अलावा उस पर BIS Logo और एक यूनिक HUID नंबर भी होता है। यह एचयूआईडी नंबर ज्वेलरी के आईडी कार्ड की तरह है। इसे BIS Care App पर आसानी से वेरिफाय किया जा सकता है। अगर आप अपनी जांच से संतुष्ट नहीं होते हैं तो आपको उस ज्वेलर्स से गोल्ड ज्वेलरी नहीं खरीदनी चाहिए।
हर गोल्ड ज्वैलरी का कैरेट एक जैसा नहीं होता
यह ध्यान में रखना जरूरी है कि सभी गोल्ड ज्वेलरी का कैरेट एक जैसा नहीं होता है। 24 कैरेट गोल्ड की ज्वेलरी नहीं बनती है। यह सोने का सबसे शुद्ध रूप है, लेकिन यह इतना ज्यादा सॉफ्ट होता है, जिससे गोल्ड ज्वेलरी बनाने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं होता है। बाजार में 22 कैरेट की गोल्ड ज्वेलरी मिलती है। इसकी शुद्धता 91.6 फीसदी होती है। अगर आप थोड़ी कम कीमत की गोल्ड ज्वेलरी खरीदना चाहते हैं तो फिर आपके लिए 18 कैरेट की गोल्ड ज्वेलरी सही रहेगी।
ज्वेलर की बातों पर नहीं करें भरोसा
जानकारों का कहना है कि गोल्ड ज्वेलरी खरीदते वक्त ज्वेलर्स की बातों पर भरोसा करने से अच्छा है कि उसकी प्योरिटी की जांच आप खुद करें। इसमें एक मिनट से भी कम समय लगता है। आप BIS Care App से HUID नंबर चेक कर सकते हैं। इससे आपके दिमाग को शांति मिलेगी। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर आप ज्यादा अमाउंट की गोल्ड ज्वेलरी खरीद रहे हैं या किसी नए ज्वेलर्स के यहां से खरीद रहे हैं तो प्योरिटी जांच करना और जरूरी हो जाता है।
ज्वेलर से बिल जरूर मांग लें
आखिर में आपको गोल्ड ज्वेलरी का बिल ज्वेलर से जरूर लेना चाहिए। इसमें गोल्ड के रेट के साथ ही मेकिंग चार्ज, जीएसटी अमाउंट और गोल्ड ज्वेलरी का वजन लिखा होना चाहिए। आम तौर पर मेकिंग चार्ज 8-20 फीसदी के बीच होता है। अगर यह ज्यादा है तो आप इस बारे में ज्वेलर से पूछ सकते हैं। आम तौर पर ज्यादा डिजाइन वाली गोल्ड ज्वेलरी का मेकिंग चार्ज ज्यादा होता है। अच्छा होगा कि गोल्ड ज्वेलरी देखते वक्त ही उसके मेकिंग चार्ज के बारे में जेवलर से पूछ लें।